उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक किशोरी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। युवती अपने परिवार के साथ रहती थी, लेकिन घटना के समय घर में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। इसी बीच युवती ने अपने कमरे में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। इस मामले में पीड़ित परिजनों ने एक युवक के खिलाफ आत्महत्या करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। मृतिका के पिता का कहना है कि, एक युवक उसको काफी समय से परेशान कर रहा था। जिसके कारण उनकी बेटी से फांसी लगाकर सुसाइड किया है। पुलिस हर एक पहलू से जांच कर रही है।
गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत विवेकानंद इलाके में 17 साल की लड़की अपने परिवार के साथ रहती थी। बुधवार की देर शाम करीब 7:00 बजे लड़की घर में अकेली थी। उसका परिवार किसी कार्य से बाहर गया हुआ था। उसी दौरान लड़की ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब लड़की के परिजन वापस आए तो उसका शव फांसी पर लटका देखा। जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। इस वारदात के बाद पूरे परिवार में मातम छा गया।
इस मामले में किशोरी के पिता ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि, बुलंदशहर का रहने वाला एक युवक पिछले 5 महीनों से उसकी बेटी को परेशान कर रहा था। जिससे तंग आकर उसकी बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। किशोरी के पिता का कहना है कि बुलंदशहर का रहने देवा चौधरी उसके साथ छेड़छाड़ करता था। जिसके कारण उनकी बेटी ने सुसाइड किया है।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में पुलिस का कहना है कि, शुरुआती जांच में प्रेम-प्रसंग जैसी बात सामने आई है। लड़की अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी। प्रेमी भी इसके लिए तैयार था। मगर लड़की के परिजनों को यह रिश्ता कुबूल नहीं था। इसी बात से परेशान किशोरी ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और किसी निर्दोष को सजा नहीं होगी। इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है।