अफगानिस्तान में शासन करने आए तालिबान को एक और बड़ा झटका लगा। दरअसल अफगानिस्तान के काबुल में मिलिट्री हॉस्पिटल में एक बहुत बड़ा बम ब्लास्ट हुआ, जिसमें तालिबान का एक टॉप कमांडर भी मारा गया। इस बात की आधिकारिक पुष्टि तालिबान के ही अधिकारियों ने की है।
मारा गया तालिबानी हमदुल्लाह मुखलिस हक्कानी नेटवर्क का सदस्य था। वह काबुल मिलिट्री कॉर्प्स का एक वरिष्ठ अफसर था। जब से तालिबान ने काबुल पर कबजा किया है। इसके बाद से हमदुल्लाह मारा जाना वाला सबसे वरिष्ठ अफसर है। तालिबानियों के लिए यह एक बूढ़ा संदेश और इशारा भी है
मुखलिस काबुल में विरोधियों का सामना करने पहुंचा था
तालिबान मीडिया अधिकारी ने इस मामले में अब स्पष्ट करते हुए कहा है कि हमदुल्लाह मुखलिस को सूचना मिली कि सरदार दाऊद खान अस्पताल पर हमला हुआ है, तो वे तुरंत हमले की जगह पर पहुंचे। इसके बाद अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल में विद्रोहियों से लड़ाई में वे मारे गए। जो कि बेहद दर्दनाक थी।
इस बम ब्लास्ट की जिम्मेदारी इस्लामिक खुरासान ने ली है
काबुल में मंगलवार को अस्पताल में बम धमाके वाले हमले हुए थे। इस हमले में आधिकारिक पुष्टि के अनुसार 19 लोग मारे गए हैं। तालिबान के विपक्षी गुट इस्लामिक खुरासानने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से आईएस खुरासान लगातार हमलों को अंजाम दे रहा है, जो कि तालिबान के लिए लगातार गले की हड्डी बनते जा रहा है। मंगलवार को यहां अस्पताल के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। इसके बाद बंदूकधारी हमलावरों ने अस्पताल में गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद तालिबान के स्पेशल फोर्स ने अमेरिका द्वारा छोड़े गए हेलिकॉप्टर की सहायता से अस्पताल की छत पर उतरे और जवाबी कार्रवाई शुरू की।
अफगानिस्तान से बताई गई खबर के अनुसार, फायरिंग के चलते यहां डॉक्टरों और मरीजों ने खुद को ऊपरी मंजिल पर कमरों में बंद कर लिया था। जिससे वे हो रही इस गोलीबारी से सुरक्षित रह पाए। आईएस खुरासान ने बताया कि इस हमले को 5 हमलावरों ने अंजाम दिया। वहीं तालिबान की ओर से दावा किया गया है कि हमले के 15 मिनट बाद सुरक्षाबल सभी हमलावरों को मारने में कामयाब हुए। जिसके बाद सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया।