रविवार को अमेरिका ने संकट का दीर्घकालीन हल निकालने के लिए जल्द से जल्द क़दम उठाने की अपील की है।
बता दें कि देश में भरी अस्थिरता के बीच शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे को अपना सरकारी आवास छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था और उसके बाद उन्होंने इस्तीफ़े का एलान कर दिया।
शनिवार को हुई इस घटना के बाद अमेरिका का ये संदेश आया है। समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक़ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन इस समय थाईलैंड के दौरे पर हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “श्रीलंका की संसद को इन हालात में देश की बेहतरी के लिए, न कि किसी राजनीतिक दल के लिए प्रतिबद्धता लेकर कदम उठाना चाहिए। हम इस सरकार या संवैधानिक रूप से चुनी गई किसी नई सरकार से तेज़ी से काम करने की अपील करते हैं ताकि संकट का हल तलाशा जा सके और उस पर अमल हो। इससे श्रीलंका में लंबे समय के लिए आर्थिक स्थिरता आएगी और बिगड़ती आर्थिक स्थिति, भोजन और ईंधन की कमी को लेकर श्रीलंका के लोगों का जो असंतोष है, उसका हल निकाला जा सकेगा।”
इसके अलावा अमेरिका ने पत्रकारों या प्रदर्शनकारियों पर किसी भी तरह के हमले को लेकर चेतावनी दी है। हालांकि शनिवार को हुई हिंसा की अमेरिका ने आलोचना भी की है जब नाराज़ प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे का घर जला दिया था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “श्रीलंका के लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज़ उठाने का पूरा हक है। हम प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा की किसी भी घटना की पूरी जांच और ज़िम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी और उनपर कार्रवाई की मांग करते हैं।”