ट्विटर ट्रेंड :आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद #ब्राह्मणों_का_DNA_विदेशी ट्रेंड हुआ, पूरे देश में प्रतिक्रिया शुरू, जानिए पूरा मामला

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गाजियाबाद में एक मुस्लिम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि, हिन्दुओं और मुसलमानों का डीएनए एक ही है। मोहन भागवत के इस बयान के बाद से ही यह बयान चर्चा में है। ट्विटर पर ट्रेंड चल रहा है कि, “ब्राह्मणों का DNA विदेशी” है। मोहन भागवत के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर विवाद हो गया है।

एक तरफ लोग ट्विटर पर ट्वीट कर रहे है कि, “#ब्राह्मणों का DNA विदेशी” है और दूसरी तरफ लोग यह ट्वीट कर रहे है कि, “ब्राह्मणों #ब्राह्मण देश की शान है”। यह यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, वो कह रहा हैं सबका DNA एक हैं, तो आओ चेक करवा लेते हैं , पता चल जाएगा कौन देशी हैं और कौन विदेशी। #ब्राह्मणो_का_DNA_विदेशी।

नरेंद्र सोलंकी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, #ब्राह्मणो_का_DNA_विदेशी ओर विदेशी लोग भारत पर राज नहीं कर सकते है। हिन्दू के नाम पर ब्राह्मण राज कायम है। एससी, एसटी ओबीसी ओर माइनॉरिटी को गुमराह करके सभी पार्टियों पर भी ब्राह्मणों ने कब्जा जमाया है। इसके कारण देश में भुखमरी, बेरोजगारी, निजीकरण, जीडीपी -7 चलेज़ाना विदेशी हटाए भारत बचाए।

रत्नेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, RSS चीफ मोहन भागवत जी ने कहा कि 40000 वर्ष से हिन्दू व मुस्लिम सब यहीं के हैं & DNA एक है। यह बिल्कुल गलत । सर्वणों का DNA मूलनिवासियों से नही मिलता। राखीगढ़ी की खुदाई से लेकर तमाम स्टडी ने सिद्ध किया कि आर्य बाहर से आये। #ब्राह्मणो_का_DNA_विदेशी

बसपा प्रमुख मायावती ने इस पर कहा है कि, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कार्यक्रम में भारत में सभी धर्मों के लोगों का डीएनए एक होने की बात किसी के भी गले के नीचे आसानी से नहीं उतरने वाली है। आरएसएस और बीजेपी एंड कंपनी के लोगों तथा इनकी सरकारों की कथनी व करनी में अंतर सभी देख रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि, भारत का रहने वाला हूं भारत की बात सुनाता हूं, जो इस मिट्टी में जो पैदा हुआ है उसका डीएनए अलग कहां से हो जाएगा। हर हिंदुस्तानी इस बात का गौरव करता है कि, वह हिंदुस्तानी है और इस मिट्टी में पैदा हुआ है। कुछ लोगों को हिंदुस्तान के डीएनए से एतराज हो सकता है, लेकिन इतना जरूर है कि, RSS और मोहन भागवत देश को जोड़ने का काम करते हैं।

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि RSS के भागवत ने कहा “लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी” इन अपराधियों को गाय और भैंस में फ़र्क़ नहीं पता होगा, लेकिन क़त्ल करने के लिए जुनैद, अखलाक़, पहलू, रकबर, अलीमुद्दीन के नाम ही काफी थे। ये नफ़रत हिंदुत्व की देन है, इन मुजरिमों को हिंदुत्ववादी सरकार की पुश्त पनाही हासिल है।

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