Breaking News: कानपुर देहात में प्रशासन की दरिंदगी, मां और बेटी जिंदा जली

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बुलडोजर से अतिक्रमण हटाने के दौरान जिंदा जलकर मां-बेटी की मौत, प्रदेश में सियासी पारा बढ़ा

by Sachin Singh Rathore
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उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. प्रशासन की टीम जिले के मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंची. इस दौरान प्रशासन ने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया. बुलडोजर चलने के दौरान झोपड़ी में आग लग गई, जिसमें कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला दीक्षित और उनकी 23 साल की बेटी जिंदा जल गई.

दिल दहला देने वाली इस घटना को लेकर अब सियासत गरमा गई है. विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है. पुलिस प्रशासन के काम पर भी सवाल उठ रहे थे. इस बीच, प्रशासन ने लेखपाल और एसडीएम को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, इस मामले में जेसीबी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है. थाना प्रभारी को छुट्टी पर भेज दिया गया है.

मिली जानकारी के मुताबिक,सपा विधायक अमिताभ बाजपेई कानपुर देहात के लिए निकल रहे थे . लेकिन, पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया. बताया जा रहा है कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेई को नजरबंद कर दिया गया है. वहीं, पीड़ित के घर के बाहर लगाई गई कई थानों की फोर्स लगी है.

बताया जा रहा है कि झोपड़ी में आग लगी बुझाने के दौरान कृष्ण गोपाल और बेटा शिवम भी झुलस गए. कृष्ण गोपाल के गंभीर रूप से झुलसने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

अब परिवार भी लगातार अपनी मांगों को लेकर अड़ा हुआ है, इसमें 50 लाख परिवार के लिए मुआवजा, घर के दो बेटों के लिए सरकारी नौकरी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल प्रभाव से मुलाकात और साथ ही परिवार को आजीवन पेंशन की मांग रखी है. वहीं कानपुर देहात पुलिस ने 11 नामजद लोगों के साथ-साथ एक कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है. इस मुकदमे में कानपुर देहात के मैथा तहसील के एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद लूंगा, थाना प्रभारी दिनेश गौतम और लेखपाल अशोक सिंह को मुख्य आरोपी बनाकर 307, 302 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है.

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