उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर गुरुवार रात दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बड़ी बैठक हुई जो साढ़े तीन घंटे चली।
गृहमंत्री अमित शाह के बुलावे पर दिल्ली पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन मंत्री सुनील बंसल के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बैठक में शामिल रहे।
निषाद पार्टी को मिल सकता है तोहफा
इस हाई लेवल मीटिंग में मिशन-2022 का रोडमैप और MLC की खाली 4 सीटों को भरने के लिए नामों पर सहमति के साथ ही जितिन प्रसाद और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद की भूमिका को भी लेकर चर्चा हुई। सूत्रों का दावा है कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद में खाली चार सीटों पर उम्मीदवारों के बारे में भी चर्चा की गई। खबर यह है कि इसके लिए नामों पर सहमति भी बन गई है।
चार एमएलसी सीटों पर सात की दावेदारी
बता दें उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 4 सीटें खाली हैं और इन सीटों।पर सदस्यों का मनोनयन बीते डेढ़ महीने से लटका हुआ है। इन 4 सीटों को लेकर अब दौड़ पांच से सात दावेदारों में रह गई है। हाई कमान को प्रस्तावित नामों की सूची सौंप दी गई है। खबर है कि बैठक में नाम फाइनल हो चुके हैं और अगले एक या दो दिनों में इनकी घोषणा हो सकती है।
जितिन प्रसाद को मिल सकती है अहम भूमिका
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद और सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद की भूमिका तय करने को लेकर चर्चा हुई। पार्टी हाईकमान इन दोनों को MLC बनाना चाहती है। जानकारी के मुताबिक लखनऊ से आलाकमान को MLC के लिए दिए नामों में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी और कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद का नाम है।