चीन की सरकार अपने लोगों पर हमेशा से अलग-अलग तरह के प्रतिबंध लगाती आई है। इसी कड़ी में अब चीन गानों पर भी सख़्त रवैया अपनाने जा रहा है। दरअसल चीन कराओके सॉन्ग में ‘ग़ैर-क़ानूनी विषयवस्तु’ पर पाबंदी लगाने जा रहा है।
इस फ़ैसले की घोषणा चीन के संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय ने की है। इस श्रेणी में वे गाने शामिल होंगे जिनके बारे में चीन को लगेगा कि वे देश की राष्ट्रीय एकता और क्षेत्रीय संप्रभुता के लिए ख़तरा हैं।
कराओके के लिए जो भी गाने देंगे, उनपर इसकी समीक्षा का दायित्व होगा। इसके लिए मंत्रालय को यह स्पष्ट करना होगा कि इन गाने से नुक़सान हो सकता है। चीन में यह नियम 1 अक्टूबर से लागू होने जा रहा है।
जिन गानों पर पाबंदी होगी, उनकी श्रेणियाँ कुछ इस तरह बताई गई हैं-
1) जिनसे नस्ली नफ़रत और भेदभाव फैलता हो
2) जिनसे राष्ट्रीय एकता को ख़तरा हो या राष्ट्रीय सम्मान और हित को चोट पहुँचती हो
3) जिनसे देश की धार्मिक नीतियों का उल्लंघन होता हो
4) जिनसे अश्लीलता, जुआ, हिंसा और अन्य तरह की आपराधिक घटनाओं को बढ़ावा मिलता हो
बता दें कि चीन में 50 हज़ार से भी ज़्यादा नाचने और गाने के मनोरंजन केंद्र यानी कराओके हैं। कहा जा रहा है कि इस फ़ैसले के बाद वेन्यू ऑपरेटर्स को ग़ैर-क़ानूनी गाने की पहचान में काफ़ी मुश्किलें आएंगी।
हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है जब कराओके वेन्यू को लेकर पाबंदी लग रही है। इसके पहले 2018 में 6 हज़ार गानों को कॉपीराइट उल्लंघन के मामले में बैन कर किया गया था। सेंसरशिप चीन के लिए कोई नई बात नहीं है, यहां सोशल मीडिया कंपनी अक्सर कॉन्टेंट हटाती रहती हैं।