कोरोना के खिलाफ देश को एक और हथियार मिल गया है। दरसल, ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों और किशोरों के लिए बायोलाजिकल-E की कोविड वैक्सीन Corbevax को मंजूरी दे दी है। बायोलाजिकल-ई लिमिटेड ने अपने बयान में कहा है कि कार्बेवैक्स वैक्सीन को 12 से 18 साल के बच्चों और किशोरों के लिए दवा नियामक से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है।
बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की प्रबंध निदेशक महिमा डाटला ने कहा, ‘हमें इस अहम डेवलपमेंट के बारे में बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमारी वैक्सीन की पहुंच देश के 12 से 18 के आयुवर्ग तक हो गई है। हमें विश्वास है कि इस मंजूरी से हम कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपनी वैश्विक जंग को खत्म करने के और भी करीब पहुंच गए हैं। पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके ‘बच्चे’ बिना किसी चिंता/आशंका के स्कूल और कॉलेज में अपनी गतिविधियों और शैक्षणिक रूटीन को शुरू कर सकते हैं। हम क्लीनिकल ट्रायल में शामिल सभी प्रतिभागियों, बॉयोटेक्नॉलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल और भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट और मुख्य जांचकर्ताओं व क्लीनिकल साइट को धन्यवाद देते है जिन्होंने पिछले कई माह में हमें भरपूर सहयोग प्रदान किया। ‘CORBEVAX TM वैक्सीन को सुई के जरिये दिया जाता है और दो डोज को 28 दिन के अंतर से लगाया जा सकता है। वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के तापमान के स्टोर करना जरूरी है। यह 0.5 ml (सिंगल डोज), 5 ml (10 डोज) और 10 mL (20 डोज) के vial पैक में उपलब्ध है।
सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विशेषज्ञ समिति ने इस वैक्सीन के लिए दिए गए आवेदन पर विचार विमर्श किया था। यह दो खुराक वाली वैक्सीन है। माना जा रहा है कि कार्बेवैक्स को मंजूरी मिलने से टीकाकरण अभियान का दायरा बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। NTAGI के कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डा. एनके अरोड़ा की मानें तो क्लीनिकल ट्रायल में इसने बेहतरीन प्रदर्शन किया था।