Delhi Coaching Center: तीन छात्रों की मौत पर पहली बार बोले ओझा सर, “ऐसे हादसों के जिम्मेदारों की संपत्ति जब्त…”

by Priya Pandey
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ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्किल में बारिश के पानी के बेसमेंट में भरने से तीन छात्रों की मौत के मामले में शिक्षक अवध ओझा (Awadh Ojha) ने एक वीडियो संदेश जारी किया है और दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) ने एक बयान जारी कर घटना पर दुख जताया है।ओझा ने कठोर कानून बनाकर ऐसे हादसों के जिम्मेदारों की संपत्ति जब्त करने और आजीवन कारावास के प्रविधान करने की मांग की है।उन्होंने कहा है कि कोचिंग के लिए सभी जरूरी मानक तय होने चाहिए। एक कक्षा में 100 बच्चों से अधिक नहीं बैठने चाहिए। एडमिशन फॉर्म में कोचिंग सेंटरों को एक अंडरटेकिंग देनी चाहिए कि हादसा होने पर जिम्मेदारी उनकी होगी। पूरी प्रक्रिया पर एक कठोर कानून बनना चाहिए। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, मेयर का इस्तीफा मांगने से कुछ नहीं होगा। दूसरा व्यक्ति आएगा और कुछ दिनों बाद व्यवस्था पहले जैसी हो जाएगी। कठोर कानून बने। फायर एनओसी देने वाले और एमसीडी हर जिम्मेदार अधिकारी व कोचिंग संचालक की संपत्ति जब्त हो और उनको आजीवन कारावास का प्रविधान हो। इससे ही सूरत बदलेगी। उन्होंने कहा कि जब सब ऑनलाइन हो गया है तो छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा की तरफ जाना चाहिए। कुछ शिक्षक धरना स्थल पर भी पहुंचे थे और उन्होंने भी ऑनलाइन कक्षाओं की तरफ आने की छात्रों से अपील की थी।

एमसीडी ने सोमवार को कई कोचिंग सेंटरों को सील किया था। इनमें दृष्टि आईएएस भी शामिल था। इसके दूसरे दिन दृष्टि आईएएस ने प्रतिक्रिया दी है। अपने एक्स एकाउंट से जारी बयान में टीम दृष्टि की तरफ से घटना और उसके बाद की परिस्थितियों पर खेद व्यक्त किया गया है। साथ ही अपना पक्ष देरी से रखने के लिए माफी मांगी गई है। बता दें कि विकास दिव्यकीर्ति दृष्टि आईएएस के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और घटना के बाद उनकी तरफ से बयान न आने के चलते इंटरनेट मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही थी।

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