पंचशील ग्रीन्स 2 के निवासियों ने अपनी मूलभुत सुविधाओं की मांग को लेकर रविवार को सोसाइटी के मेंटेनेंस ऑफिस का घेराव किया। पंचशील ग्रीन्स 2 के निवासियों के लिए यह कोई पहली बार नहीं है कि उन्हें अपनी ही मूलभूत सुविधाओं के लिए जद्दोजहद करना पड़ता है। अब तो ऐसा लगता है कि पंचशील ग्रीन्स 2 के निवासियों को शायद बिल्डरों ने धरना प्रदर्शन की नौकरी ही दे दी है। रेसिडेंट्स की मैन्टेनस मीटिंग में मेन्टेनेन्स विभाग के जनरल मैनेजर अरुण धीमान आज भी मीटिंग में नही आये।
दरअसल, सोसाईटी के निवासियों के पिछले रविवार को भी पहले बेसिक सुविधाओ के अभाव में ज्ञापन दिया था और आज फिर रविवार को भी पहले से निर्धारित मीटिंग में गए थे लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि मैनेजमेंट की तरफ से कोई नही आया।
पंचशील की लिफ्ट है मौत का कुआं
सोसाईटी के कई लोग लिफ्ट में फंस चुके है परंतु लिफ्ट के रखरखाव की कोई समुचित व्यवस्था नही होने के कारण रेजिडेंट लोगो को डर का माहौल व्याप्त है। लिफ्ट या तो नही चलती या फिर आये दूसरे दिन खराब रहती है। लिफ्ट के अंदर फिटनेस सर्टिफिकेट की अनुपलब्धता के कारण किसी दिन गंभीर दुर्घटना हो सकती है।
सुविधा के नाम पर ठेंगा दिखाता बिल्डर, मूकदर्शक बना अथॉरिटी
सोसाइटी में लोग पिछले 4 साल से रह रहे है परन्तु आज भी एक हाईराइज सोसाइटी की जो बेसिक सुविधाएं होनी चाहिए, जिसमें प्रमुखता इण्टरकॉम, फायर सिक्योरिटी इक्विपमेंट्स, सोसाइटी की सुरक्षा, पार्किंग की सुविधा, एक अच्छा इंटरनेट इत्यादि के लिए भी तरस रहे है। इन्ही सब मुद्दों पर बात करने के लिए सोसाइटी के लोग यहाँ के मेंटेनेंस हेड अरुण धीमान से मिलने गए थे। इस मीटिंग के लिए उनको पहले ही 3-4 बार बता दिया गया था परन्तु उसके बाद भी वो मीटिंग में नहीं आये। पिछली कई रेजिडेंट की मीटिंग अरुण धीमान नही आये थे। मेंटेनेंस जनरल मैनेजर अरुण धीमान रेजिडेंट से कभी नही मिलते है, उनकी जगह राहुल तोमर जो मेंटेनेंस मैनेजर थे परन्तु उनके पास रेसिडेंट्स के मुद्दों पर जवाब देने किए लिए कुछ नहीं था। सोसाइटी के निवासी पिछले एक लम्बे समय से मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ रहे है। पिछले साल ओएसडी संतोष कुमार जी, ग्रेटर नॉएडा अथॉरिटी एवम बिल्डर औऱ रेसिडेंट्स ले मध्य बातचीत हुए थे परन्तु उसके बाद भी कोई हालत नहीं बदले।
मेंटेनेंस नहीं तो मेंटेनेंस के पैसे नहीं पर अरे फ्लैट धारक
निवासियों ने बहुत स्पष्ट शब्दों में ये कहा है कि जब तक बिल्डर उनसे बात नहीं करता और उनके सभी मुद्दों पर अपना पक्ष नहीं रखता वो किसी भी तरह का मेंटेनेंस जमा नहीं करेंगे। निवासियों ने अपनी सभी मांगे बिल्डर को ईमेल के माध्यम से कर दी है और बिल्डर की तरफ से उस पर जवाब का इंतजार कर रहे है।