उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई। इसी बीच घटना को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि एसडीएम हो या पुलिस के अफसर किसी को बख्शा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि कानपुर की घटना दुखद और निंदनीय है। इसमें जितने भी अधिकारी दोषी हैं, हम किसी को नहीं छोड़ेंगे। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। डिप्टी सीएम ने पीड़ित परिवार से वीडियो कॉल पर बात भी की।
कमिश्नर एडीजी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से परिजनों की वीडियो कॉल पर बात कराई। इस मामले में मृतकों के परिजन अपनी मांगों को लेकर शव रखकर विरोध कर रहे थे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आश्वासन के बाद परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार हो गए हैं। पुलिस प्रशासन ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। सुरक्षा के लिए परिजनों को गनर मुहैया कराए जायेंगे।
क्या है पूरा मामला?
कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली गांव निवासी गेदनलाल ने गांव के ही कृष्ण गोपाल दीक्षित, अंश दीक्षित, शिवम आदि के खिलाफ आबादी की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाने की शिकायत की थी। इस पर 13 जनवरी 2023 को एसडीएम मैथा के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक नंद किशोर, लेखपाल अशोक सिंह चौहान ने जेसीबी से मकान ढहा दिया था। 14 जनवरी को तहसीलदार अकबरपुर रणविजय सिंह ने कृष्ण गोपाल, प्रमिला, शिवम, अंश, नेहा शालिनी व विहिप नेता आदित्य शुक्ला तथा गौरव शुक्ला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मौजूदा समय में वह लोग कच्चा छप्पर रखकर वहां पर रह रहे थे, उसे ही हटाने के लिए प्रशासनिक अफसरों की टीम पुलिस बल के साथ पहुंची थी। इस दौरान उनके सामने ही झोपड़ी के अंदर मां-बेटी जिंदा जल गईं।