एक ओर जहां स्वच्छता सर्वेक्षण में दस पायदानों में स्थान पाने को लेकर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है, वहीं प्रदूषण के मामले में अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में गाजियाबाद को दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर के रूप में चिन्हित किया गया है। स्विस संगठन आईक्यूएयर द्वारा तैयार की गई विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया का सबसे प्रदूषित स्थान राजस्थान का भिवाड़ी है, इसके बाद उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजियाबाद में पीएम 2.5 का स्तर है, जो स्वीकृत सीमा से कम से कम 20 गुना अधिक है, जो 102 ग्राम/एम 3 है। भिवाड़ी, जो दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है, का 2021 में पीएम 2.5 वार्षिक औसत 106 ग्राम/एम 3 था। लखनऊ दुनिया के शीर्ष 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 16 वें स्थान पर है और 2021 में 86 ग्राम/ एम 3 के वार्षिक पीएम 2.5 औसत स्तर के साथ मध्य और दक्षिण एशिया के सबसे प्रदूषित शहरों में 12वें नंबर पर है।
दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में उत्तर प्रदेश के 14 शहर हैं। इनमें गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, मेरठ, आगरा, अमरोहा, जौनपुर, वाराणसी, नोएडा और ग्रेटर नोएडा शामिल हैं। यूएन पर्यावरण प्रोग्राम की तरफ से साझा की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर प्रदूषित राजधानी बांग्लादेश की ढाका है, वहीं तीसरे नंबर पर चाड की राजधानी नजदजामेना है। सर्वेक्षण में करीब 6470 से अधिक शहरों में प्रदूषण के आंकड़ों को दिखाया गया है।
रिपोर्ट में नई दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बनकर सामने आई है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया के 15 सबसे अधिक प्रदूषित शहर सेंट्रल और दक्षिण एशिया से हैं जिसमें 12 शहर भारत के बताए गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक बांगलादेश सबसे प्रदूषित देश है, दूसरे नंबर पर चाड, तीसरे नंबर पर पाकिस्तान, चौथे नंबर पर तजाकिस्तान और पांचवें नंबर पर भारत आता है। छठे पर ओमान, सातवें पर किर्गीस्तान, आठवें पर बहरीन, नवें पर इराक और दसवें नंबर पर नेपाल आता है। बीते साल तक 14वें नंबर रहने वाला चीन इस बार रैकिंग में 22वें नंबर पर हैं।