केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच सियासी घमासान चालू है जिसका मुख्य केंद्र रहे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने केंद्र सरकार के नोटिस का जवाब भेज दिया है।
अलपन ने लिखा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन किया था। सूत्रों के मुताबिक, अलपन ने जवाब में लिखा कि 28 मई को मैं मुख्यमंत्री के साथ तूफान प्रभावित उत्तर और दक्षिण परगना 24 का हवाई सर्वेक्षण कर रहा था। पीएम मोदी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के साथ दीघा गए थे और बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के साथ था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशों का पालन किया उन्होंने जैसा कहा गया मैंने वैसा किया।
क्या था मामला?
प्रधानमंत्री को कराया इंतज़ार
28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यास तूफान प्रभावित
पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए। बैठक में राज्यपाल जगदीप धनखड़ तो आए, लेकिन CM ममता बनर्जी की कुर्सी खाली रही। मोदी करीब 30 मिनट तक उनका इंतजार करते रहे। इसके बाद ममता आईं और तूफान से हुए नुकसान की प्राइमरी रिपोर्ट सौंपकर बिना मीटिंग किए निकल गईं।
देर रात केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी अलपन बंदोपाध्याय को वापस बुला लिया। अलापन को 31 मई सुबह 10 बजे तक DOPT, दिल्ली रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। ममता बनर्जी ने 24 मई को कहा था कि बंद्योपाध्याय का कार्यकाल तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने खुद संभाला मोर्चा
केंद्र सरकार के आदेश पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने बताया कि अलपन 31 मई को रिटायर हो रहे हैं और वे दिल्ली में जॉइन करने नहीं जा रहे हैं। उन्हें 3 साल के लिए मुख्य सलाहकार बनाया गया है। उनकी जगह एचके द्विवेदी को नया मुख्य सचिव और बीपी गोपालिका को नया गृह सचिव नियुक्त किया गया है। ममता बनर्जी के इस फैसले पर केंद्र ने कहा कि भले ही अलपन रिटायर हो रहे हैं उन पर कार्रवाई होगी और उन्हें 3 दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब देना होगा।