उद्योगपति राहुल बजाज का शनिवार को 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि वो लंबे वक्त से कैंसर से पीड़ित थे। उनके निधन की खबर आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने श्रद्धांजलि देना शुरू कर दिया है।
राहुल बजाज ने अर्थशास्त्र और कानून की पढ़ाई की थी। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की डिग्री, बॉम्बे विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए भी किया था। 2008 में उन्होंने बजाज ऑटो को तीन यूनिट में बांट दिया था। इसमें बजाज ऑटो, फाइनेंस कंपनी बजाज फिनसर्व और एक होल्डिंग कंपनी। राहुल बजाज भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक उद्योगपति और मोहनदास करमचंद गांधी के प्रमुख समर्थक जमनालाल बजाज के पोते थे।
भारत सरकार ने उन्हें 2001 में पद्म भूषण से नवाजा था। 2006 से 2010 तक राहुल बजाज राज्यसभा के सदस्य भी रहे थे। राहुल बजाज ने पांच दशकों में बजाज समूह को उसकी बुलंदियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जन्म 10 जून 1938 को कोलकाता में हुआ था। उन्होंने बजाज समूह की कमान 60 के दशक में संभाली ली। 2005 में उन्होंने अपना चेयरमैन का पद छोड़ दिया था। इसके बाद उनके बेटे राजीव बजाज ने ये जिम्मेदारी संभाली।
नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा कि, “यशस्वी उद्योजक, समाजसेवी और बजाज के पूर्व चेयरमैन राहुल बजाज जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। पद्म भूषण से सम्मानित राहुल जी से मेरे अनेक वर्षों से व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। विगत पांच दशकों से बजाज ग्रुप का नेतृत्व करने वाले राहुल जी का उद्योग जगत में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को संबल दे। ॐ शांति”
Padma Bhushan-awardee industrialist Rahul Bajaj passes away at the age of 83, tweets Union Minister Nitin Gadkari pic.twitter.com/7FLceiGgxQ
— ANI (@ANI) February 12, 2022