25 मार्च 2022 को उत्तर प्रदेश में एक बार फिर योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे। यूपी कैबिनेट विस्तार को लेकर सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में एक बड़ा चर्चा का विषय है। आखिर किसको योगी आदित्यनाथ मंत्री बनाएंगे, इस पर बड़ा सवाल है। इस बार गुर्जर समाज, ठाकुर समाज, ब्राह्मण समाज और सभी समाज के लोगों को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी लगातार बैठक कर रही है।
गौतम बुद्ध नगर की तीनों विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल की है। इन तीनों विधानसभा में से किसी एक विधायक का मंत्री बनना तय है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सबसे ज्यादा लहर थी। उसके बाद भी इन तीनों विधानसभा सीटों पर तीनों विधायकों ने पहले से भी ज्यादा मतों से जीत हासिल की है। नोएडा के विधायक पंकज सिंह की जीत देश में दूसरे नंबर और दादरी के विधायक तेजपाल नागर की जीत पूरे देश में तीसरे नंबर पर है। अब गौतम बुद्ध नगर जनपद से किसी एक विधायक का मंत्री बनना तय है।
शुरुआत नोएडा विधानसभा से करते हैं। नोएडा में वर्तमान विधायक पंकज सिंह है, पंकज सिंह राजनाथ सिंह के बेटे हैं और भारतीय जनता पार्टी में उनका पद काफी ऊंचा है। इस बार पंकज सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी परिवारवाद के बिल्कुल भी पक्ष में नहीं है। इसलिए शायद उन को मंत्री बनाया ना जा सके। क्योंकि पंकज सिंह के पिता राजनाथ सिंह भारत के रक्षा मंत्री हैं। हालांकि बताया जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार में उनका नाम चल रहा है।
दूसरे नंबर पर दादरी के विधायक तेजपाल नागर का नाम है। तेजपाल नागर ने इस बार पहले से भी ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। बड़ी बात यह है कि इस बार दादरी विधानसभा में तेजपाल नागर का खूब विरोध हुआ। सम्राट मिहिर भोज मामले के बाद तेजपाल नागर को काफी नुकसान हुआ। लोगों ने यह चर्चा करनी भी शुरू कर दी थी कि, तेजपाल नागर को इस बार टिकट नहीं मिलेगा। उसके बावजूद भी योगी आदित्यनाथ ने तेजपाल नागर को दादरी विधानसभा से टिकट दिया और उससे भी बड़ी बात यह है कि तेजपाल ने पहले से भी ज्यादा मतों से जीत हासिल की है। उनकी जीत पूरे देश में तीसरे नंबर पर है। इसलिए शायद उनको भी मंत्री बनाया जा सकता है।
माना जाता है कि योगी आदित्यनाथ किसी बड़े गुर्जर नेता को बड़ा पद देने वाले हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने दिग्गज गुर्जर नेता नरेंद्र भाटी को एमएलसी का टिकट दिया है और उनकी जीत लगभग तय है। क्योंकि उनके सामने खड़ी सपा-रालोद प्रत्याशी ने अपना पर्चा वापस ले लिया। इस तरीके से योगी आदित्यनाथ ने गुर्जरों को साधने के लिए नरेंद्र भाटी को बड़ा पद दे दिया है। हालांकि तेजपाल नागर का नाम मंत्रिमंडल में बताया जा रहा है।
तीसरे नंबर पर जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह का नाम है। ठाकुर धीरेंद्र सिंह योगी आदित्यनाथ के काफी करीबी माने जाते हैं। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सिर्फ धीरेंद्र सिंह का प्रचार करने की योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा आए थे। धीरेंद्र सिंह और योगी आदित्यनाथ एक-दूसरे के काफी करीबी माने जाते हैं और एक बड़ी बात यह भी है कि दोनों ठाकुर समाज से ताल्लुक रखते हैं। इस तरीके से धीरेंद्र सिंह योगी कैबिनेट विस्तार में मंत्री बन सकते हैं। उनका नाम भी सुर्खियों में चल रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि तीनों विधायकों में सबसे ऊपर नाम धीरेंद्र सिंह का ही है।