शनिवार को गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव-प्रचार समाप्त हो गया है। राज्य में 14 फरवरी को एक ही चरण में 40 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। यहां की कुल 40 विधानसभा सीटों पर 301 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, गोवा विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला कड़ा है। इस बार आम आदमी पार्टी, टीएमसी और एनसीपी भी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में लड़ाई काफी रोचक होने वाला है।
40 सीटों पर है कड़ा मुकाबला
दरअसल, गोवा विधानसभा में 40 सीट हैं, जिसमें से भाजपा के पास वर्तमान में 17 विधायक हैं, और उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फारवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं। जबकि दूसरी ओर कांग्रेस के पास 15 विधायक हैं।
पिता की सीट पर बेटे की अग्नि परीक्षा
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर भी अपने पिता की परंपरागत पणजी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि, पणजी विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पणजी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था, और वह राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
कांग्रेस ने लगाया पूरा जोर
बता दें कि, गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने ताकत झोंक दी थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव के साथ विधानसभा चुनाव में जमकर प्रचार किया। उन्होंने कांग्रेस द्वारा कराए गए विकास कार्यों को लेकर जनता से वोट की अपील की। साथ ही उन्होंने राज्य में लोगों के कल्याण में बाधा डालने के लिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना की।