भारत की शानदार गोल्फर टोक्यो ओलिंपिक में एक स्ट्रोक से मेडल से चूक गईं और वह चौथे स्थान पर रहीं। अमेरिका की नेली कोर्डा पहले स्थान पर रहकर गोल्ड अपने नाम किया।
कुल 4 दिन में होने वाले 4 राउंड में से 3 राउंड तक वे दूसरे स्थान पर रही थीं लेकिन आखिरी राउंड यानी चौथा राउंड अदिति के उतार-चढ़ाव भरा रहा। बता दें अदिति अशोक रियो ओलंपिक में 41वें स्थान पर रहीं थीं।
न्यूज़ीलैंड गोल्फर की शानदार वापसी
अदिति ने 16वें होल पर पार बनाया तो वहीं 17वें होल में न्यूजीलैंड की लीडिया को ने बर्डी लगाकर फिर से अदिति को पीछे छोड़ दिया। अदिति महज कुछ सेंटीमीटर से बर्डी चूक गईं और चौथे स्थान पर रहीं। जबकि लीडियो ने बढ़त बनाते हुए तीसरा स्थान बरकरार रखा लेकिन जापान की इनामी मोने का स्कोर बराबर रहा इसलिये उनके बीच सिल्वर और ब्रॉन्ज़ मेडल के लिए मुक़ाबला हुआ जिसमें जापान की इनामी मोने ने बाजी मारी।अमेरिका की नेली कोर्डा पहले स्थान पर रहकर गोल्ड अपने नाम किया।
कौन हैं अदिति अशोक ?
अदिति अशोक का जन्म 29 मार्च 1998 को बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने 5 साल की उम्र से ही गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। अदिति को परिवार से पूरा समर्थन मिला है। आमतौर पर उनकी मम्मी या पापा ही कैडी की भूमिका निभाते हैं। गोल्फ में गोल्फर का किट बैग जो शख्स संभालता है उसे कैडी कहते हैं। ओलिंपिक में अदिति मां के साथ गई हैं।