फ़ैशन पत्रिका को दिए इंटरव्यू में ही ग्रेटा थनबर्ग ने लिया फ़ैशन इंडस्ट्री को आड़े हाँथ

by MLP DESK
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विश्वभर में प्रख्यात पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने मशहूर फ़ैशन पत्रिका ‘वोग’ को दिए एक इंटरव्यू में फ़ैशन इंडस्ट्री की ही कड़ी आलोचना कर डाली।

 

 

बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के लिए ज़िम्मेदार फ़ैशन इंडस्ट्री को स्वीडन की ग्रेटा ने उनके ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार के लिए ख़ूब लताड़ा।

इस इंटरव्यू में 18 साल की ग्रेटा ने कहा कि फ़ैशन ब्रैंड्स को पर्यावरण पर उनके उत्पादों से पड़ रहे बुरे प्रभाव की ज़िम्मेदारी लेने की ज़रूरत है।

इतना ही नहीं ग्रेटा ने अपने एक ट्वीट में कुछ कंपनियों पर अपने कपड़ों को लोगों के बीच पर्यावरण के अनुकूल दिखाने के लिए ‘ग्रीनवॉश’ विज्ञापन और मुहिम चलाने का आरोप लगाया।

बता दें कि फ़ैशन पत्रिका ‘वोग’ ने अपने स्वीडन के संस्करण में इस बार ग्रेटा को अपने कवर पेज पर जगह दी है। कवर पेज पर ग्रेटा हरियाली के बीच बैठी एक घोड़े पर हाथ फेरती नज़र आ रही हैं।

इंटरव्यू में ग्रेटा थनबर्ग ने कहा, “मैंने तीन साल पहले एक कपड़ा ख़रीदा था और वो भी सेकेंड हैंड था। मैं अपने जानने वालों से कपड़े उधार ले लेती हूँ।”

ग्रेटा ने कहा है कि ये इंडस्ट्री दुनिया में सबसे ज़्यादा प्रदूषण करने वाली इंडस्ट्री है। अपने एक ट्वीट में ग्रेटा ने ‘फ़ास्ट फ़ैशन’ के चलन की आलोचना भी की।

 

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ग़ौरतलब है कि ‘फ़ास्ट फ़ैशन’ शब्द का इस्तेमाल हर मौसम में अलग-अलग तरह के कपड़ों के कम ख़र्च में धड़ल्ले से होने वाले उत्पादन के लिए किया जाता है।
ग्रेटा ने कहा कि इस व्यवस्था को बदले जाने की ज़रूरत है और उन्होंने इसका आह्वान भी किया।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ फ़ैशन इंडस्ट्री को दुनिया में ‘सबसे ज़्यादा प्रदूषण फ़ैलाने वाला उद्योग’ माना जाता है।

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