टोक्यो ओलंपिक में खेलने वाले हैवी बॉक्सर सतीश यादव का नोएडा में हुआ स्वागत, 3 टांके लगने के बाद भी बॉक्सिंग में उतरे थे

by MotherlandPost Desk
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देश के जांबाज बॉक्सर सतीश यादव का नोएडा में आगमन हुआ। इस दौरान सतीश यादव नोएडा के गांव बहलोलपुर में सपा के छात्र सभा नेता अतुल यादव के घर पहुंचे।

इस दौरान ग्रामीणों के साथ-साथ गांव के युवा खिलाड़ियों ने सतीश यादव का बढ़-चढ़कर स्वागत किया गया। टोक्यो ओलंपिक के दौरान टांके खुल जाने के बाद भी चोटिल अवस्था में खेलने के जज्बे को ग्रामीणों ने सलाम किया।

नोएडा के गांव बहलोलपुर में छात्र सभा अध्यक्ष अतुल यादव के निवास पर पहुंचे। टोक्यो ओलंपिक के बॉक्सर सतीश यादव इस दौरान गांव के युवा खिलाड़ियों के द्वारा बॉक्सर सतीश यादव का स्वागत किया। साथ ही साथ इस दौरान सतीश यादव के नाम के नारे लगाए गए।

टोक्यो ओलंपिक के दौरान चोटिल अवस्था में भी आखिरी दम तक लड़े सतीश यादव ने बताया कि 13 टांके लगे होने के बावजूद भी बॉक्सिंग रिंग में उतरना काफी खतरनाक था और डॉक्टरों के द्वारा नॉट फिट बताया गया। इसके बावजूद भी मुझे देश के लिए खेलना था और मैं रिस्क लेकर रिंग में उतर गया। हां मुझे मेडल ना मिलने का मलाल जरूर रहेगा। लेकिन देश वासियों के द्वारा जो प्यार मिला है। मैं उसका आभार प्रकट करता हूं और भविष्य में देश के लिए गोल्ड लाने की कोशिश करूंगा।

बॉक्सर सतीश यादव के द्वारा बताया गया कि कोच चेन्नदा आंचईया कटप्पा के द्वारा बेहतरीन ट्रेनिंग दी गई थी और जिसका परिणाम सब ने देखा। साथ ही साथ सेना में भर्ती होने के दौरान मेरा कोई इमोटिव नहीं था कि मैं इस खेल में मैं इंटरेस्ट दिखाओ। लेकिन धीरे-धीरे मुझे इस खेल में लगन लगने लगी और मेरा मेरा रुझान बढ़ता चला गया। जिससे कि आज मैं अपने देश के लिए टोक्यो ओलंपिक में खेल पाया।

बॉक्सर सतीश यादव के परिवार में पिताजी सेना में कार्यरत थे और उन्हें टोक्यो में खेलने के लिए पिताजी के द्वारा ही प्रोत्साहित किया गया। सतीश यादव ने बताया कि जब मेरे पिता ने मुझसे कहा कि चाहे जो हो जाए। लेकिन तुम देश के लिए खेलना तो मैंने अपनी चोट की परवाह नहीं की और खेलने के लिए तैयार हो गया। साथ ही साथ मैं देशवासियों से अपील करना चाहूंगा थी देश के सभी खिलाड़ियों का मान सम्मान करें और आने वाली युवा पीढ़ी का रुझान खेलों की ओर बढ़े हमारे हिंदुस्तान किस बॉक्सिंग कल लेवल है। वह दुनिया में काबिले तारीफ है। इसी तरह से देश के सभी खिलाड़ी खेलते रहे तो हमारे पास बहुत सारे गोल्ड होंगे।

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