ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर ख़रीदारों की अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा की अलग-अलग सोसायटियों से घर ख़रीदार और अन्य लोग जुटे। सभी ने एक सुर में नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार से चुनाव लड़ने की अपील की।
वहां मौजूद सभी लोगों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं और अगर अभिषेक जीतते हैं तो वो भी को बिना शर्त समर्थन देंगे।सभी लोगों का कहना है कि उनके मुद्दे को उठाने में सासंद नाकाम रहे हैं, इसलिए अपने बीच से किसी को चुनाव लड़ना चाहिए। उनका कहना है कि ना तो रजिस्ट्री शुरु हुई है, ना ही मेट्रो का अता-पता है, ना सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन है। हर रोज़ लंबा जाम लगता है, स्कूलों में लूटा जा रहा है। कोई सरकारी अस्पताल नहीं है, एक अंडरपास नहीं बना। पार्कों का बुरा हाल है, हरियाली ना के बराबर है। ना रामलीला मैदान बना, ना अंतिम निवास आज तक बन पाया। घर ख़रीदारों का कहना है कि हर चुनाव में आखिर कब तक इसी तरह ठगे जाएंगे।
हालाकि अभिषेक कुमार ने सभी लोगो का उनके साथ के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि आपलोगों का प्यार और साथ ही मेरी ताक़त है। उन्होंने नो रजिस्ट्री, नो वोट का बैनर हटाने की बात पर नाराज़गी जताई और कहा कि लोकतंत्र में सबको विरोध का अधिकार है। उस अधिकार को नहीं छीनना चाहिए। अभिषेक कुमार ने कहा कि वो सोमवार शाम तक तमाम लोगों के प्रस्ताव पर आखिरी फ़ैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों के लगातार फोन आ रहे हैं और शहर – गांव सभी जगह से लोग मिलने आ रहे हैं, उनके प्यार का क़र्ज़ शायद ही कभी चुका पाऊंगा।
बड़ी संख्या में जुटे घर ख़रीदारों ने नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार से चुनाव लड़ने की अपील की
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर ख़रीदारों की अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और ग्रेटर नोएडा की अलग-अलग सोसायटियों से घर ख़रीदार और अन्य लोग जुटे। सभी ने एक सुर में नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार से चुनाव लड़ने की अपील की।
वहां मौजूद सभी लोगों का कहना है कि वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं और अगर अभिषेक जीतते हैं तो वो भी को बिना शर्त समर्थन देंगे।
सभी लोगों का कहना है कि उनके मुद्दे को उठाने में सासंद नाकाम रहे हैं, इसलिए अपने बीच से किसी को चुनाव लड़ना चाहिए। उनका कहना है कि ना तो रजिस्ट्री शुरु हुई है, ना ही मेट्रो का अता-पता है, ना सार्वजनिक परिवहन का कोई साधन है। हर रोज़ लंबा जाम लगता है, स्कूलों में लूटा जा रहा है। कोई सरकारी अस्पताल नहीं है, एक अंडरपास नहीं बना। पार्कों का बुरा हाल है, हरियाली ना के बराबर है। ना रामलीला मैदान बना, ना अंतिम निवास आज तक बन पाया। घर ख़रीदारों का कहना है कि हर चुनाव में आखिर कब तक इसी तरह ठगे जाएंगे।
हालाकि अभिषेक कुमार ने सभी लोगो का उनके साथ के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि आपलोगों का प्यार और साथ ही मेरी ताक़त है। उन्होंने नो रजिस्ट्री, नो वोट का बैनर हटाने की बात पर नाराज़गी जताई और कहा कि लोकतंत्र में सबको विरोध का अधिकार है। उस अधिकार को नहीं छीनना चाहिए। अभिषेक कुमार ने कहा कि वो सोमवार शाम तक तमाम लोगों के प्रस्ताव पर आखिरी फ़ैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोगों के लगातार फोन आ रहे हैं और शहर – गांव सभी जगह से लोग मिलने आ रहे हैं, उनके प्यार का क़र्ज़ शायद ही कभी चुका पाऊंगा।