दक्षिण कोरियाई कंपनी LG बनी बाज़ार से पूरी तरह हटने वाले पहली स्मार्टफ़ोन कंपनीख़रीदार को खोजने में विफल रहने के बाद दक्षिण कोरिया के एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने घाटे में चलने के कारण अपने मोबाइल डिवीजन को बंद करने का फ़ैसला लिया है। यह एक ऐसा क़दम है जिससे बाज़ार से पूरी तरह अपने हाँथ खींचने वाली यह दुनियाँ की पहली बड़ी स्मार्टफ़ोन निर्माता कंपनी बन गयी है।

माना जा रहा है कि LG, जो कि उत्तरी अमेरिका के ब्रांड्स में नंबर 3 पर है, के इस फ़ैसले से उसके 10 फ़ीसद शेयर पर सैमसंग और एप्पल का क़ब्ज़ा होगा।
कई विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि चूँकि एप्पल की तुलना में सैमसंग के पास ज़्यादा मिड-प्राइस्ड प्रोडक्ट हैं, इसकी ज़्यादा संभावना है कि सैमसंग ही सबसे ज़्यादा LG के उपभोक्ताओं को अपनी ओर आकर्षित कर सकेगा।

एलजी की स्मार्टफ़ोन डिवीजन को लगभग $ 4.5 बिलियन का घाटा हुआ है। एक बयान में कहा गया है कि प्रतिस्पर्धात्मक क्षेत्र से बाहर निकलने से एलजी को इलेक्ट्रिक वाहन घटकों(components), कनेक्टेड डिवाइसेज़ और स्मार्ट होम्स जैसे विकास क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का मौक़ा मिलेगा।
एक समय में, एलजी अल्ट्रा-वाइड एंगल कैमरों सहित कई सेल फ़ोन्स के साथ बाज़ार में आने के लिए तैयार थी। यही नहीं 2013 में, यह सैमसंग और ऐप्पल के बाद दुनियाँ की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफ़ोन निर्माता कंपनी थी।
लेकिन बाद में, इसके फ्लैगशिप मॉडल सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों दुर्घटना से ग्रस्त हो गए, जो धीमे सॉफ्टवेयर अपडेट के साथ ब्रांड को कमज़ोर करने लगे।

एलजी का वर्तमान वैश्विक शेयर केवल 2% है। रिसर्च प्रोवाइडर काउंटरपॉइंट के मुताबिक़, सैमसंग के 256 मिलियन बिक्री की तुलना में इसने पिछले साल 23 मिलियन फ़ोन बेचे थे।