बुधवार को लोकसभा में स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश हमेशा उनके बलिदानों को याद रखेगा। स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में ये स्वतंत्रता सेनानी न केवल हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं वरन देश के भविष्य के लिए मार्गदर्शक भी हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जैसे ही सदन की बैठक शुरू हुई बिड़ला ने कहा कि 23 मार्च को स्वतंत्रता संग्राम के नायकों की याद में शहीद दिवस (शहीद दिवस) के रूप में मनाया जा रहा है। उनके बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। सदन ने कुछ पल मौन रखकर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शहीदों के सम्मान में सदन के सदस्य कुछ क्षण मौन खड़े रहे। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव और अन्य सभी स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बिड़ला ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को लोगों के कल्याण के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए। मालूम हो कि इसी दिन 1931 में भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी पर लटका दिया था।
इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया। प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस, टीएमसी समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य ईंधन की कीमतों में वृद्धि और महंगाई का मुद्दा उठाते हुए नारेबाजी करने लगे। शोरशराबे के बीच ही प्रश्नकाल चला और संबंधित मंत्रियों ने सदस्यों की ओर से पूछे गए प्रश्नों का जवाब दिया।