आज रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को ग्यारह दिन होने को है. लागतार युद्ध की बिभिषका लोगों के जीवन को अंधेरे में धकेल रही है. ऐसे में दोनों देशों से दुनिया अपने-अपने हिसाब से रिश्तों की व्याख्या कर रही है. कई देशों द्वारा युद्ध के कदम के खिलाफ़ रूस पर कड़े और बड़े प्रतिबंध लगाए हैं जिनका मकसद रूस को युद्ध को रोकने की अपील करना और आर्थिक मोर्चे पर कमज़ोर करना है.
शनिवार को प्रतिबंधों की कड़ी में बैंकिंग क्षेत्र में लेनदेन के दो बड़े हिस्सेदार मास्टरकार्ड और वीजा ने रूस पर अपने कार्ड की सर्विस को सस्पेंड कर दिया है. इस सस्पेंशन के तहत रूस के बाहर इन दोनों कंपनियों के कार्ड मान्य नही होगे.
वीजा ने कहा- ‘अस्वीकार्य घटनाओं के बाद कार्रवाई करने के लिए मजबूर हैं’
वीजा ने अपनी सर्विस को निलंबित करने की जानकारी देते हुए कहा कि रूस का यूक्रेन पर अकारण हमला और अस्वीकार्य घटनाओं के बाद कार्रवाई करने के लिए मजबूर हैं. वीजा के सीईओ अल केली ने विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि रूस में वीजा द्वारा ज़ारी किए गए कार्डो को देश के बाहर प्रयोग में नहीं लाया जा सकता है. पुराने पड़े पैंडिंग मामलों कोई निपटाकर कर उन्हें भी बंद कर देंगे. साथ ही अल केली का मनाना हैं कि यह युद्ध, विश्व में चल रहे शांति अभियानों और स्थिरता के खिलाफ़ हमला है.
‘हम इस फैसले को हल्के में नहीं ले रहे हैं’
मास्टरकार्ड ने भी इसी तरह की पाबंदियों का ऐलान करते हुए कहा है कि “हम इस फैसले को हल्के में नहीं लेते हैं.” कंपनी ने कहा कि ग्राहकों, पार्टनर्स और सरकारों से बातचीत के बाद यह फैसला किया गया है.”
कंपनियों की रूस पर इकनॉमिक स्ट्राइक
रूस के युद्ध की घोषणा के बाद तमाम देशों ने आर्थिक मोर्चे पर कई प्रतिबंध लगाए हैं. इसी कड़ी में भारी स्वामित वाली कंपनियों जैसी प्यूमा, एप्पल, सैमसंग, एडोब ने अपने प्रोडक्शन और सेलिंग को बंद कर दिया है. शनिवार को मास्टरकार्ड और वीजा भी इस लिस्ट में शामिल हो गया हैं.
लेखक: गौरव मिश्र