समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने एयर इंडिया का नियंत्रण लेने की बोली जीती है।
हालांकि, डिपार्टमेंट ऑफ़ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया विनिवेश मामले में भारत सरकार द्वारा वित्तीय बोलियों को मंज़ूरी देने वाली मीडिया रिपोर्ट ग़लत हैं। मैनेजमेंट ने कहा, “जब भी इस बारे में फ़ैसला लाया जाएगा मीडिया को सूचित किया जाएगा।”
रिपोर्टों का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वाहक विनिवेश पर मंत्रियों की समिति ने राष्ट्रीय एयरलाइन के लिए बोली को मंज़ूरी दे दी है।
बता दें कि सरकार ने पिछले हफ़्ते एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए टाटा समूह और स्पाइसजेट के संस्थापक से प्राप्त वित्तीय बोलियों का मूल्यांकन किया था।
ग़ौरतलब है कि 67 वर्षों के बाद एयर इंडिया की टाटा में वापसी होने जा रही है जिसे “घरवापसी” भी कहा जा रहा है।
टाटा समूह ने अक्टूबर 1932 में टाटा एयरलाइंस के रूप में एयर इंडिया की स्थापना की थी, इसके बाद सरकार ने 1953 में एयरलाइन का राष्ट्रीयकरण किया। अब सरकार राज्य के स्वामित्व वाली राष्ट्रीय एयरलाइन में अपनी 100 फ़ीसद की हिस्सेदारी बेच रही है, जिसमें एयर इंडिया की AI एक्सप्रेस लिमिटेड में 100 फ़ीसद हिस्सेदारी और एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में 50 फ़ीसद हिस्सेदारी शामिल है।