भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज रविवार को छह आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में भाग लेने वाली पहली महिला और अब तक की तीसरी क्रिकेटर बन गई हैं।
यहां विश्व कप कैंपेन के शुरुआती मैच में भारतीय टीम की अगुवाई करने वाली 39 वर्षीया मिताली 36 गेंदों में केवल नौ रन ही बना सकीं और नाशरा संधू की गेंद पर आउट हो गईं।
हालांकि इस दौरान मिताली ने एक नया रिकॉर्ड सुनिश्चित कर लिया।
2011 में जब तेंदुलकर की परियों की कहानी ख़त्म हुई, तब मिताली पहले ही विश्व कप में भारत की कप्तानी कर चुकी थीं, जिन्होंने 2000 में अपने टूर्नामेंट की शुरुआत की थी।
आईसीसी के अनुसार, दाएं हाथ की इस बल्लेबाज़ ने अब अपने चौथे आईसीसी महिला विश्व कप में कप्तानी करके ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज बेलिंडा क्लार्क की बराबरी कर ली है जिनका कार्यकाल 1993 से 2005 तक का रहा है।
क्लार्क और मिताली केवल दो ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने दो से ज़्यादा बार विश्व कप में अपने देश की कप्तानी की है।
यह सिर्फ उनकी कप्तानी नहीं है जो रिकॉर्ड तोड़ रही है। उनका विश्व कप करियर अब दो दशकों से अधिक समय का हो गया है जिसमें कोई भी महिला आईसीसी महिला विश्व कप में 20 साल से ज़्यादा नहीं खेली है।