बंगाली फिल्म निर्माता व राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बुद्धदेब दासगुप्ता का गुर्दे की लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे।
बंगाली फिल्म निर्माता बुद्धदेव दासगुप्ता का गुरुवार सुबह 6 बजे उनके कोलकाता स्थित आवास पर निधन हो गया। 77 वर्षीय गुर्दा सालों से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे।
परिवार ने पुष्टि की कि फिल्म निर्माता का कुछ समय से डायलिसिस चल रहा था और 10 जून को डायलिसिस के लिए जाना था लेकिन उनकी पत्नी सोहिनी दासगुप्ता ने पाया कि उनकी नींद में ही मृत्यु हो गई।
दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाज़े गए
दासगुप्ता को बाग बहादुर, तहदार कथा, चरचर और उत्तरा जैसी फिल्मों के लिए सबसे ज्यादा जाना जाता था। उन्होंने उत्तरा (2000) और स्वप्न दिन (2005) के लिए दो बार सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता है। उन्होंने गोविर अराले, कॉफ़िन किम्बा सूटकेस, हिमजोग, छता कहिनी, रोबोटर गण, श्रेष्ठ कबिता, और भोम्बोलर आचार्य कहिनी ओ अनन्या कबिता सहित कई कविताएँ भी लिखी थीं।
सीएम ममता बनर्जी और पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया
बुद्धदेब दासगुप्ता के निधन पर सीएम ममता बनर्जी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रख्यात फिल्म निर्माता बुद्धदेब दासगुप्ता के निधन पर दुख हुआ। उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से सिनेमा की भाषा में गीतात्मकता का संचार किया। उनका निधन फिल्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार, सहकर्मियों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।
Saddened at the passing away of eminent filmmaker Buddhadeb Dasgupta. Through his works, he infused lyricism into the language of cinema. His death comes as a great loss for the film fraternity. Condolences to his family, colleagues and admirers
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) June 10, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री बुद्धदेव दासगुप्ता के निधन से व्यथित। उनके विविध कार्यों ने समाज के सभी वर्गों के साथ तालमेल बिठाया। वे एक प्रख्यात विचारक और कवि भी थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और कई प्रशंसकों के साथ हैं। शांति।
Anguished by the demise of Shri Buddhadeb Dasgupta. His diverse works struck a chord with all sections of society. He was also an eminent thinker and poet. My thoughts are with his family and several admirers in this time of grief. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2021