भतीजे का चाचा पर पलटवार, कहा शेर का बेटा हूँ, लंबी लड़ाई के लिए तैयार

by Sachin Singh Rathore
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लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में घमासान मचा हुआ है। पार्टी में फूट पड़ने के बाद चिराग पासवान मीडिया के सामने आये।

चाचा पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी ने समझौते के बजाय संघर्ष चुना था और पिता के निधन के बाद उन्होंने पार्टी को एकजुट रखने का काम किया। लेकिन जिन लोगों को संघर्ष करना पसंद नहीं उन्होंने ही पार्टी धोखा किया। अगर एक बार चाचा बोलते की उन्हें पार्टी में बड़ा पद चाहिए था तो पहले ही उन्हें संसदीय दल का नेता बना देता। लेकिन बता दूं मैं शेर का बेटा हूँ और अब ये लड़ाई लम्बी चलेगी और इसके हम तैयार हैं।

चिराग पासवान ने कहा कि कुछ समय से मेरी तबीयत ठीक नही थी।  मुझे टाइफाइड हुआ, 40 दिन लगे ठीक होने में, पर जो हुआ वो मेरे लिये ठीक नही था, दवाई लेकर आया हूं। बता दें एलजेपी के छह सांसदों में पांच सांसदों ने बगावत कर चिराग की जगह पशुपति कुमार पारस को संसदीय दल का नया नेता नियुक्त किया है।

संसदीय दल के नेता से हटाए जाने सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि अधिकार मुझे संविधान ही देता है, पार्टी का संविधान मुझे देता है। बिहार विधानसभा चुनाव पर जो भी फैसला लिया गया, उस समय सब के अनुसार लिया गया, तब किसी ने सवाल क्यों नही उठाए। इस पूरे खेल में जेडीयू का हाथ जरूर है, लेकिन अपने लोगों ने उन्हें धोखा दिया। पहले अंदरूनी मामला सुलझा लूं और बाकी बाद में देखूंगा। मैं इस मसले को आगे नही बढ़ाना चाहता था लेकिन करनी पड़ी।

लंबी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे

चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से उन्हें चुना गया, वो पार्टी के संविधान के मुताबिक बिल्कुल गलत है। इसका फैसला पार्टी की संसदीय कमेटी या राष्ट्रीय अध्यक्ष को करना होता है। अध्यक्ष पद सिर्फ दो परिस्थितियों में खाली हो सकता है, पहला- मृत्यु होने पर या खुद से रिजाइन करने पर। आने वाले दिनों में लंबी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।

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