बीरभूम हिंसा: ‘किसी को बख्शा नहीं जाएगा, कोई बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है’ – ममता बनर्जी

by MLP DESK
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पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के एक गांव में तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत के बाद हुई हिंसा में आठ लोगों के मारे जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि वह हत्याओं को सही नहीं ठहरा रही हैं और वह गुरुवार को रामपुरभाट जाएंगी।

 

Mamta banerjee/twitter

 

उन्होंने कहा, “मैं कल रामपुरहाट का दौरा करूंगी। यह यूपी नहीं है। हमने अपना प्रतिनिधिमंडल भी हाथरस भेजा था। हालांकि, उन्हें मौके पर प्रवेश करने से रोक दिया गया था।”

घटना की निंदा करते हुए बनर्जी ने कहा, “किसी को बख्शा नहीं जाएगा और आरोप लगाया कि यह एक “बड़ी साज़िश है” कुछ लोग पश्चिम बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “सरकार हमारी है, हम अपने राज्य के लोगों के बारे में चिंतित हैं। हम कभी नहीं चाहते कि किसी को नुक
क़सान हो। बीरभूम, रामपुरहाट की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। मैंने तुरंत उप मंडल पुलिस अधिकारी प्रभारी अधिकारी को बर्खास्त कर दिया है।”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया है और अगले 72 घंटों में पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। विपक्षी दलों ने दावा किया है कि इस घटना के पीछे टीएमसी का हाथ है, वहीं सत्तारूढ़ दल ने इस आरोप से इनकार किया है।

भाजपा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में यह मुद्दा उठाया और वाकआउट किया था। पार्टी के विधायकों ने हिंसा के कारणों और इस पर उठाए जा रहे कदमों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से एक बयान की मांग करते हुए घटना को ‘बर्बरता’ करार दिया। पार्टी ने बनर्जी के इस्तीफ़े की भी मांग की।

राज्य भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा बनर्जी ने मुख्यमंत्री बनने का अपना नैतिक अधिकार खो दिया है।
उन्होंने कहा, “हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफ़े की मांग कर रहे हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि राज्य सरकार सर्कस चला रही है या सरकार।”

टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि इस घटना का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।

घोष ने बांग्ला में एक ट्वीट में कहा, “आग की घटना में स्थानीय लोगों की मौत दुखद है। लेकिन इस घटना का कोई राजनीतिक संबंध नहीं है। यह एक स्थानीय ग्राम विवाद है। जिस पंचायत उप प्रमुख की हत्या की गई थी वह एक प्रसिद्ध व्यक्ति था और उसकी मृत्यु ने ग्रामीणों को नाराज़ कर दिया, जिसके कारण हिंसक विरोध हुआ। आग की घटना रात में हुई लेकिन पुलिस और दमकल विभाग ने तत्काल कार्रवाई की।”

बीरभूम की घटना में मारे गए आठ लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं। बीरभूम ज़िले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में आठ घरों में आग लग गई। पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने कहा कि यह घटना स्थानीय पंचायत के उप प्रमुख टीएमसी नेता भादु शेख की कथित हत्या के तुरंत बाद हुई।

 

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