नोएडा प्राधिकरण ने अधिसूचित जमीन पर अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत अब तक गढ़ी चौखंडी और बसई गांव में कुल 20 इमारतों पर नोटिस चस्पा किए जा चुके हैं। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम के निर्देश पर बड़े स्तर पर कार्रवाई चल रही है, जिसमें भूमाफियाओं की पहचान कर उनके खिलाफ नोटिस, ध्वस्तीकरण और एफआईआर की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।अब तक गढ़ी चौखंडी और बसई गांव में करीब 20 इमारतों को “अवैध” घोषित कर उनके बाहर नोटिस चस्पा किए गए हैं। लाल रंग से इमारतों पर यह साफ लिखा गया है कि “यह बिल्डिंग अवैध है”। अधिकारियों का कहना है कि यदि बिल्डिंग मालिक स्वयं इन्हें नहीं गिराते तो प्राधिकरण द्वारा इन्हें ध्वस्त किया जाएगा और खर्च उन्हीं से वसूला जाएगा। गुरुवार को नोएडा प्राधिकरण की टीम ने बरौला (सलारपुर) स्थित हनुमान मूर्ति के पास एक निर्माणाधीन अवैध इमारत को ध्वस्त कर वहां भी “यह निर्माण अवैध है” लिख दिया। इस कार्रवाई का कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन प्राधिकरण ने इसे कानून सम्मत बताते हुए कार्रवाई जारी रखी।
नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में बने होटल, ओयो रूम्स, फ्लैट बिल्डिंग्स और निर्माणाधीन इमारतों की जांच भी तेज हो गई है। गायत्री वाटिका के नाम से बनी 6 मंजिला इमारत को भी अवैध घोषित कर दिया गया है। प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक अधिसूचित भूमि पर बिना अनुमति निर्माण करने वाले किसी भी व्यक्ति को अब भू-माफिया की श्रेणी में रखा जाएगा।
10 सर्किलों में सर्वे शुरू, रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी
सीईओ के आदेश पर सर्किल-1 से लेकर सर्किल-10 तक के सभी वरिष्ठ प्रबंधकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में अवैध निर्माण की सूची तैयार करें। ऐसे भूखंडों की पहचान की जा रही है जहां पहले अवैध निर्माण था, उसे तोड़ा गया था और अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।