यमुना प्राधिकरण ने 9 बिल्डरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई इसलिए की गई। क्योंकि इन 9 बिल्डरों ने यमुना प्राधिकरण से जमीन लेने के बाद प्राधिकरण का बकाया पैसा जमा नहीं किया था। काफी बार यमुना प्राधिकरण ने इन बिल्डरों को नोटिस जारी भी किया था। लेकिन उसके बावजूद भी इन बिल्डरों ने प्राधिकरण का पैसा जमा नहीं किया। जिसके बाद गुरुवार को यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने इन बिल्डरों की ना की केवल आवंटित जमीन रद्द की। बल्कि इनका करोड़ों रुपए भी जब्त कर लिया है।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि, 9 बिल्डरों के ग्रुप हाउसिंग भूखंड निरस्त किए हैं। इनकी लगभग 2,18,625 स्क्वायर मीटर जमीन वापस ले ली है। इन बिल्डरों के करीब 27.30 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि, भूमि का आवंटन लेने के बाद इन बिल्डरों ने प्राधिकरण की बकाया पैसा जमा नहीं किया। इसके अलावा बिल्डरों ने यमुना प्राधिकरण से ली गई आवंटित भूमि पर परियोजनाएं शुरू भी नहीं की।
यमुना प्राधिकरण ने सन वाइट इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर का 11,253 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 1.33 करोड़ जब्त कर लिया है। प्रथम रियल वेंचर्स बिल्डर का 11,610 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 1.36 करोड़ जब्त कर लिया है। ग्रोथ इंफ्राटेक बिल्डर का 18,440 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 12.16 करोड़ जब्त कर लिया है। यूजी इंफ्रा स्ट्रेचर बिल्डर का 10,103 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 1.18 करोड़ जब्त कर लिया है। तृवली प्रोजेक्ट बिल्डर का 11,610 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 1.36 करोड़ जब्त कर लिया है।
इसके अलावा अजय रियलकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर का 26,310 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 3.11 करोड़ जब्त कर लिया है। अजय रियलकॉन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर का 18,130 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 2.14 करोड़ जब्त कर लिया है। स्टारसिटी इंफ्रादेवेलोपेर्स प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर का 28,783 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 34.11 करोड़ जब्त कर लिया है। ओमनिस डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर का 82,386 वर्ग मीटर आवंटन रद्द करके 11.21 करोड़ जब्त कर लिया है।