दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बुधवार (18 जनवरी) को वित्त मंत्रालय से संबंधित संवेदनशील जानकारी लीक करने वाले एक जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में काम कर रहे कांट्रेक्चुअल कर्मचारी सुमित को पैसे के बदले जासूसी गतिविधियों और विदेशों को संवेदनशील डेटा प्रदान करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने कहा कि आरोपी की तलाशी के दौरान उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया, जिसका इस्तेमाल वह वित्त मंत्रालय से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं शेयर करने के लिए करता था. आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है.
इस गिरफ्तारी को लेकर बजट से पहले जासूसी का संदेह जताया जा रहा है. दरअसल, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व वाला वित्त मंत्रालय 1 फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट पेश करने के लिए तैयार है. बजट से संबंधित डेटा लीक होता है तो ये बाजार पर इसके बड़े प्रभाव के लिहाज से महंगा पड़ सकता है.
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने जनधन, मुद्रा, केसीसी और पीएम स्वनिधि समेत सामाजिक क्षेत्र की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए 19 जनवरी को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों के प्रमुखों की बैठक बुलाई है.