होलिका दहन की तैयारियां सब जगह शुरु हो गई है। पूजा के बाद होलिका दहन होगा। बड़ी संख्या में महिलाएं पूजा के लिए पहुंच रही हैं।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
भद्रा के समय में होलिका दहन नहीं किया जाता है। इस बार दोपहर 1 बजे तक भद्रा था। जो अब समाप्त हो गया है। प्रदोष काल में शाम के समय में 6 बजकर 37 मिनट से 8 बजकर 56 मिनट के बीच होलिका दहन कर सकते हैं। ये शुभ मुहूर्त है।
क्यों होता है होलिका दहन?
हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु की उपासना करते थे। हिरण्यकश्यप इस वजह से अपने पुत्र प्रह्लाद से नाराज़ रहता था। उसने कई तरह की यातनाएं प्रह्लाद को दी। लेकिन प्रह्लाद भक्ति से पीछे नहीं हटे। आखिरकार हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को अपनी बहन होलिका को सौंप दिया। उसने होलिका को निर्देश दिया कि प्रह्लाद को मार दिया जाए। होलिका के पास वरदान था कि वो अग्नि में नहीं जलेगी। उसने प्रह्लाद को गोद में बिठाया और अग्नि में उतर गई। प्रह्लाद भगवान विष्णु की भक्ति में लीन थे। उन्हें अग्नि में कोई कष्ट नहीं हो रहा था। लेकिन होलिका ही जलने लगी। ईश्वर ने प्रह्लाद को बचा लिया। इसे देखकर वहां खड़े सभी विस्मय में पड़ गए। भक्त प्रह्लाद पूरी तरह सुरक्षित बच गए और होलिका जल गई। इस त्योहार को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में तब से मनाया जाने लगा।
देखे कुछ होलिका दहन की तैयारियां :
कोरोना पर सावधानी
इस साल कोरोना की वजह से कई राज्यों में सार्वजनिक होली पर रोक है। कोरोना तेज़ी से ना फैले इसलिएसरकार ने ये कदम उठाया है। सभी लोग घरों में परिवार के साथ सुरक्षित तरीके से होली मनाएं और कोरोना की बुराई के मिटाने में अपना योगदान दें। आप सभी को होली की शुभकामनाएं
More Stories
गौतमबुद्ध नगर वासियों के लिए अच्छी खबर, जिले में आज 80 हजार कोरोना वैक्सीन आई
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना आए ग्रेटर नोएडा, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान का जायजा लिया
राजधानी लखनऊ में कोरोना का कहर, यूपी में मामले 12 हज़ार के पार
प्रशांत किशोर की क्लबहॉउस ऑडियो चैट लीक, बोले हिम्मत हो तो जारी करें पूरी चैट
नाईट कर्फ्यू के दौरान भी नहीं रुक रहे अवैध धंधे, एनसीआर के बार मे पुलिस ने मारा छापा, 4 लड़कियां एक लड़के के साथ…