यूक्रेन पर हमला बोलकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपने ही घर में घिर गए हैं। रूस की राजधानी मॉस्को सहित 51 शहरों में युद्ध के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, आक्रोशित लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के नाम पर पुलिस प्रदर्शन को दबाने में जुट गई है। करीब 1700 लोगों को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बड़ी संख्या में लोग रूस की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। 54 शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें 1,700 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने अकेले मॉस्को से लगभग 700 और सेंट पीटर्सबर्ग में 340 से अधिक प्रदर्शनकारियों को पकड़ा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों में कई ऐसे भी हैं, जिनके अपने यूक्रेन में फंसे हुए हैं। ये लोग युद्ध का विरोध करते हुए बातचीत के जरिए मसला सुलझाने की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसे हमला न बताकर सैन्य कार्रवाई का नाम दे रहे हैं। उनका कहना है कि पूर्वी यूक्रेन के लोगों को ‘नरसंहार’ से बचाने के लिए ये किया जा रहा है।
मॉस्को की एक्टिविस्ट तात्याना उस्मानोवा ने फेसबुक पर लिखा कि वो ये सब सपना देख रही हैं, लेकिन जब उन्होंने सुबह साढ़े 5 बजे यूक्रेन पर हमले की खबर देखी तो हैरान रह गईं। उन्होंने कहा कि ये अपमान अब हमारे साथ हमेशा रहेगा। उन्होंने लिखा, ‘मैं यूक्रेन के लोगों से माफी मांगना चाहती हूं। जिसने जंग की शुरुआत की, उसे हमें वोट नहीं करना चाहिए था।’