बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूके की साइबर और सुरक्षा एजेंसी जीसीएचक्यू के प्रमुख जेरेमी फ्लेमिंग का मानना है कि रूस ने यूक्रेन की स्थिति को बड़े पैमाने पर ग़लत तरीके से समझा है और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कुछ सलाहकार उन्हें सच नहीं बता रहे हैं।
फ्लेमिंग ने ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के दौरान एक दुर्लभ भाषण दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि रूसी सैनिकों ने हथियारों और मनोबल की कमी के चलते आदेशों को मानने से इनकार कर दिया है, अपने स्वयं के उपकरणों में तोड़फोड़ की और यहां तक कि ग़लती से अपने ख़ुद के ही विमान को मार गिराया था।
उन्होंने कहा कि पुतिन के सलाहकार उन्हें सच बताने से डरते हैं, लेकिन इन ग़लत फ़ैसलों के कारण सीमा पर क्या हो रहा है यह बात रूसी शासन के लिए स्पष्ट होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “यह सब उस रणनीतिक ग़लत आकलन से जुड़ा है जिसके बारे में पश्चिमी नेताओं ने पुतिन को चेतावनी दी थी। यह उनका व्यक्तिगत युद्ध बन गया है, जिसकी कीमत यूक्रेन में निर्दोष लोगों द्वारा चुकाई जा रही है और रूस की जनता भी उसे झेल रही है।”