शुक्रवार को भारत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दीए जाने वाले खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार रख दिया गया है।
यह पुरस्कार खेल क्षेत्र का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है जिसके नाम बदलने की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के हॉकी खिलाड़ियों का प्रदर्शन तोक्यो ओलंपिक में शानदार रहा है जिसके बाद यह आग्रह आया कि इस पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित कर दिया जाए।
बता दें कि बीते साल यह पुरस्कार भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, क्रिकेटर रोहित शर्मा, टेबल टेनिस खिलाड़ी मानिका बत्रा और पैराओलंपिक हाई जम्प के एथलीट मरियप्पन थंगवेलु को दिया गया था।
मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई भी दी। 41 वर्ष बाद पुरुष हॉकी टीम ने ब्रोज़ मेडल जीतकर भारत में इतिहास रच दिया वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम भी ब्रॉन्ज़ मेडल जीतते-जीतते रह गए जब वे 4-3 से ब्रिटेन से मात खा गए।
हालांकि महिला टीम की उपलब्धियों को ख़ूब सराहा जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया जैसी मज़बूत टीम को हराकर सेमी फ़ाइनल में प्रवेश ही एक बड़ी चुनौती था।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, “मेजर ध्यानचंद भारत के महानतम खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने भारत का सिर ऊँचा किया। इसलिए यह उचित है कि हम हमारे देश का सर्वोच्च खेल सम्मान उनके नाम पर होगा।”