मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, रॉबर्ट वाड्रा समेत 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

by Priya Pandey
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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में वाड्रा समेत 11 आरोपियों के नाम हैं। यह मामला साल 2008 में खरीदी गई जमीन से जुड़ा है। एक दिन पहले 16 जुलाई को ईडी ने इस मामले में प्रॉपर्टी अटैच करने का आदेश जारी किया था। अब दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 11 लोगों और कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी गई है। हालांकि कोर्ट ने अभी इस चार्जशीट पर संज्ञान नहीं लिया है, लेकिन ईडी की इस बड़ी कार्रवाई के बाद वाड्रा और उनके करीबियों की मुश्किलें जरूर बढ़ गई हैं।साल 2008 में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी Skylight Hospitality Pvt Ltd ने गुरुग्राम के सेक्टर 83 स्थित शिकोहपुर गांव में लगभग 3.53 एकड़ जमीन खरीदी थी। यह जमीन करीब 7.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी। आरोप है कि ये जमीन ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज प्राइवेट लिमिटेड से फर्जी दस्तावेजों और गलत जानकारी देकर खरीदी गई थी। जिस समय ये सौदा हुआ। हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे। इसके बाद इस जमीन पर कमर्शियल कॉलोनी डेवलप करने का लाइसेंस मिला, लेकिन कंपनी ने इसे डेवलप नहीं किया। आरोप है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए इस जमीन पर कमर्शियल लाइसेंस हासिल किया।

इसके बाद सितंबर 2012 में यह जमीन लगभग 58 करोड़ में रियल एस्टेट कंपनी DLF को बेच दी गई। आरोप है कि कम दाम में जमीन खरीदकर अत्यधिक मुनाफ़ा कमाया गया और मनी‑लॉन्ड्रिंग की गई। शिकायतकर्ता सुरेन्द्र शर्मा ने खेड़की दौला थाने में सितंबर 2018 में धोखाधड़ी और दस्तावेज़ों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए आईपीसी की धारा 420, 467 के तहत शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। ईडी रॉबर्ट वाड्रा और उनकी कंपनियों की 43 प्रॉपर्टीज़ को अटैच कर चुकी है। इन प्रॉपर्टीज़ की कुल कीमत करीब 37.64 करोड़ रुपये बताई जाती है।

 

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