रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में भारतीय लोगों के दिल मेंएक दहशक बना दी है। जहां भारत के छात्र भारत लौटने के लिए परेशान हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ नोएडा के कारोबारी भी अपनी चिंता जता रहे हैं। रूस और यूक्रेन के युद्ध से भारत में भी इसका प्रभाव पड़ने वाला है। रूस और यूक्रेन में भारत से वस्तुओं का आयात निर्यात किया जाता है। जिसकी वजह से इसका प्रभाव भारत पर भी पड़ने वाला है।
गौतमबुद्ध नगर के कारोबारियों का कहना है कि, इन दोनों देशों के युद्ध की वजह से अर्थव्यवस्था एक बार फिर डगमगा रही है। ऐसे में आर्थिक व्यवस्था खतरे में पड़ती नजर आ रही है। जिससे उद्योगपति और कारोबारियों को इसका हर्जाना भुगतना पड़ रहा है।
कारोबारियों ने अपनी चिंता जताते हुए बताया है कि, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से भारत को बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा। जिससे अर्थव्यवस्था बिगड़ सकती है। जब भारतीय बाजार कोविड महामारी से लड़कर उससे उभरने की कोशिश कर रहा था। तब युद्ध के कारण भारत मे कच्चे तेल में अपेक्षित वृद्धि महंगाई को बढ़ावा देगा। वस्तुओं की कीमत में वृद्धि का कारण बनेगा।
वहीं दूसरी ओर इस मौजूद परिस्थितियों के कारण रुपए की कीमत कम होने वाली है। जिससे भारत में व्यापार संतुलित को प्रभावित करेगा। भारत में पहले से ही तेल में वृद्धि हुई है और ऐसी स्थिति के कारण पेट्रोल और डीजल में भी वृद्धि का प्रभाव देखने को मिलेगा। जिससे समग्र रूप से सभी वस्तुओं के दाम में वृद्धि होने की आशंका है। इस युद्ध के कारण भारत में काफी परिस्थितियां बदलती नजर आएंगी और अर्थव्यवस्था फिर से बिगड़ती नजर आएगी और इससे भारत के व्यापारियों को बहुत बड़ा नुकसान देखने को मिलेगा।