रूस-यूक्रेन में आज 12वें दिन भी युद्ध जारी है। पीएम ने आज दोनों देशों के राष्ट्रपति से लम्बी बातचीत की। मोदी ने आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से 50 मिनट तक बातचीत की है और यूक्रेन के हालात पर चर्चा हुई है। उनकी यह बातचीत यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस के राष्ट्रपति से तीसरी बार हुई है। सरकार के सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं ने यूक्रेन में उभरती स्थिति पर चर्चा की। राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन और रूस की टीमों के बीच वार्ता की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी है। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ उनकी टीमों के बीच चल रही बातचीत के अलावा सीधी बातचीत करने का आग्रह किया है। उन्होंने युद्धविराम की घोषणा और सूमी सहित यूक्रेन के कुछ हिस्सों में मानवीय गलियारों की स्थापना करने की सराहना भी की है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने सूमी से भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के महत्व पर जोर दिया। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम को उनकी सुरक्षित निकासी में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
इससे पहले आज दिन में पीएम मोदी ने सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की से भी बातचीत की है और युद्धग्रस्त देश के पूर्वोत्तर इलाके के शहर सूमी में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में उनसे मदद की गुजारिश की है। करीब 35 मिनट तक चली इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने पूर्वी यूरोपीय देश यूक्रेन में उभरती परिस्थितियों पर भी चर्चा की। यह जानकारी भी आधिकारिक सूत्रों की ओर से दी गई है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण सूमी में अभी भी 700 के करीब भारतीय छात्र फंसे हुए हैं।
पीएम मोदी ने जताया जेलेंस्की का आभार
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने सूमी में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत की ओर से किए जा रहे प्रयासों में यूक्रेन सरकार से मदद जारी रखने की अपील की। प्रधानमंत्री ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी सीधी वार्ता की सराहना की। साथ ही उन्होंने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने में यूक्रेन सरकार द्वारा की गई मदद के लिए जेलेंस्की का आभार जताया। दोनों नेताओं के बीच बात ऐसे समय में हुई है, जब रूस के हमले का सामना कर रहे यूक्रेन से छात्रों समेत अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत हर संभव प्रयास कर रहा है।