यूक्रेन पर रूसी हमलों का आज 11वां दिन है। रूस का यूक्रेन पर आक्रमण लगातार जारी है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका से और लड़ाकू विमान भेजने और रूस से तेल आयात कम करने की भावुक अपील की है ताकि उनका देश रूसी सैन्य कार्रवाई का मुकाबला कर सके।
जेलेंस्की ने शनिवार को अमेरिकी सांसदों को निजी तौर पर किए गए वीडियो कॉल में कहा कि संभव है कि वे उन्हें आखिरी बार जिंदा देख रहे हों। यूक्रेन के राष्ट्रपति राजधानी कीव में ही मौजूद हैं। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को अपनी हवाई सीमा की सुरक्षा करने की जरूरत है। यह या तो उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) द्वारा उड़ान वर्जित क्षेत्र लागू करने से या अधिक लड़ाकू विमानों के भेजे जाने से ही हो सकता है। जेलेंस्की कई दिनों से उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन नाटो इससे इनकार कर रहा है। नाटो का कहना है कि ऐसे कदम से रूस के साथ लड़ाई बढ़ सकती है।
जेलेंस्की ने करीब एक घंटे तक अमेरिका के 300 सांसदों और उनके स्टाफ से बातचीत की। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन के शहरों पर रूसी बमबारी जारी है और कई शहरों को उन्होंने घेर लिया है जबकि 14 लाख यूक्रेनियों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने कहा, ”राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हताश होकर गुहार लगाई है।” उन्होंने कहा कि जेलेंस्की चाहते हैं कि अमेरिका पूर्वी यूरोपीय साझोदारों से विमानों को भेज। शूमर ने कहा, ”मैं वह सबकुछ करूंगा जो प्रशासन को उनके हस्तातंरण में मदद करने के लिए कर सकता हूं।”