समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस बार भी सरकार बनाने की ओर जाते हुए नहीं दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव नतीजों के रुझान में भारतीय जनता पार्टी बहुमत से काफी आगे चल रही है। वहीं अगर बात समाजवादी पार्टी के करें तो उसका आंकड़ा 100 के इर्द-गिर्द घूमता हुआ नजर आ रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर अखिलेश यादव अपनी रैलियों में भीड़ जुटाने में तो कामयाब हो गए लेकिन जनता का जनादेश पाने में कामयाब क्यों नहीं हो पाए।
चुनावी जनसभाओं में अखिलेश यादव ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कई बार सरकार वापसी और 400 का नारा भी दिया था, हालांकि बाद में वह 300 पर भी आए थे। अखिलेश यादव की रैलियों में खूब भीड़ जुटी। सपा का घोषणा पत्र भी काफी चर्चाओं में रहा। बीजेपी के फायर ब्रांड पीएम मोदी और सीएम योगी पर निशाना साधने में भी अखिलेश यादव ने कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन अब उनके सारे दांव फेल होते नजर आ रहे हैं। हालांकि अगर बात अखिलेश यादव के अपने सीट करहल की करें तो करहल सीट पर अखिलेश यादव अपनी मजबूत स्थिति बनाए हुए हैं और जीत की ओर बढ़ भी रहे हैं।
इसके साथ ही इस बार ऐसा भी देखने को मिल रहा है की यूपी की जनता ने वंशवाद को भी नकारते हुए नजर आ रहे हैं।