नोएडा में बैठकर अमेरिकी लोगों से ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश, अब तक करोड़ों रुपए ठगे

by Sachin Singh Rathore
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नोएडा पुलिस ने बुधवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। नोएडा में बैठकर अमेरिकियों को ठगी का शिकार बना रहे एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया गया है।

पुलिस ने इस गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से बड़ी संख्या में कंप्यूटर, लैपटॉप, माइक्रोचिप, डेबिट-क्रेडिट कार्ड, पैसे और तमाम संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए हैं। बड़ी बात यह है कि इस गैंग का नाम सिटी कैलिफोर्निया गैंग है। यह अमेरिकी नागरिकों को ड्रग्स कार्टेल में फंसाने की धमकी देता था। उनसे जबरन वसूली कर रहा था। इतना ही नहीं लोगों को सोशल सिक्योरिटी खत्म करने की धमकी और गूगल गिफ्ट कार्ड का प्रलोभन देकर ठगा जा रहा था।

नोएडा में कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने यह कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने बताया कि अमेरिका के नागरिकों को ड्रग कार्टेल्स में फंसाकर ठगी करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये लोग सोशल सिक्योरिटी के नाम पर और गूगल गिफ्ट कार्ड लेकर धोखाधड़ी कर रहे थे। पूरा धंधा ऑनलाइन चल रहा था। ठगी का शिकार बनाने वाले फर्जी सैन्टा क्लारा सिटी केलीफोर्निया गैंग का पर्दाफाश किया है।

पुलिस ने इस गैंग के पास से 10 कंप्यूटर (सीपीयू, मोनिटर, माऊस, कैबिल), 1 लैपटाप, 1 प्रिन्टर, 10 हेडफोन, 1 राऊटर, 4 हार्डडिस्क, 16 रैम, 1 कैबिल टेस्टर, एपीटेक्नोमार्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के 99 लैटर पैड, 41 डोक्यूमेन्ट और विभिन्न कम्पनियों के 6 मोबाईल फोन बरामद किये हैं।

नोएडा जोन के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि यह गैंग अमेरिका के नागरिकों को ड्रग कार्टेल्स में फंसाने की धमकी देता था। धमकाकर और सोशल सिक्योरिटी खत्म करवाने के नाम पर पैसा वसूल कर रहे थे। और भी कई तरह के हथकंडे अपनाते थे। मसलन, गूगल गिफ्ट कार्ड के नाम पर धोखाधड़ी व ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहे थे। यह सैन्टा क्लारा सिटी केलीफोर्निया गैंग है। इसके 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

नोएडा के एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिश्नर कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि यह सारे लोग अच्छे खासे पढ़े-लिखे हैं। शानदार अमेरिकन एक्सेंट में अंग्रेजी बोलते हैं। वहीं के हिसाब से इन लोगों ने अपने नाम बदल रखे थे। इनकी पहचान सुमित त्यागी फर्जी नाम रिक ऐलीन, अरुण चौहान फर्जी नाम जैक, विशाल तोमर फर्जी नाम हैनरी, राहत अली फर्जी नाम विलसन, केशव त्यागी फर्जी नाम जोन, सुनील वर्मा फर्जी नाम डेविड वाटसन, प्रशान्त लखेरा फर्जी नाम रॉबर्ट, सतेन्द्र लखेरा फर्जी नाम डेविस के रूप में हुई है। सभी आरोपियों को नोएडा के सेक्टर-62 में स्थित आईथम टावर से गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों ने अपना पता कैलीफोरनिया सैन्टा क्लारा सिटी बता रखा था।

एडिशनल डीसीपी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि यह ठग अमेरिकन नागरिकों से कहते थे कि हमें अमेरिकी कानूनी एजेंसियो द्वारा आपके बैंक खातों की डिटेल्स मिली है। आपके द्वारा मैक्सिको और कोलम्बिया में ड्रग कार्टेल्स से लेनदेन हुआ है। इस दौरान यह लोग विदेशी नागरिकों से कुछ ले-देकर मामला रफा-दफा करने की पेशकश करते थे। इसके एवज में विदेशियों से गूगल गिफ्ट कार्ड ले लेते हैं। उन गिफ्ट कार्ड को पिक्सफुल ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर बायर के माध्यम से अपना आधार, पैन कार्ड वैरीफाई करके ट्रेडिंग करते थे। पैसा अपने अकाउंट में भारतीय मुद्रा ट्रांसफर करा लेते थे।

गिरफ्तार एक आरोपी राहत अली ने बताया की वह लोग कंप्यूटर सर्विस के नाम पर यूएसए के लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके कंप्यूटर में ऐनीडेस्क, एल्ट्रा व्यूअर आदि सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कराके उनके कंप्यूटर को अपने कंप्यूटर पर रिमोट कन्ट्रोल पर ले लेते थे और कंप्यूटर की सर्विस के नाम पर उनसे Amazon, eBay, PayPal जोकि U.S.A के वालेट हैं (भारत में फोन-पे, गूगल-पे, पेटीएम आदि की तरह) इन USA वॉलेट के द्वारा हज़ारों डॉलर ठग लेते थे तथा डॉलर का भुगतान Pixful O Hello USA पोर्टल पर जाकर डॉलरों को भारतीय मुद्रा में परिवर्तित कर अपने फर्जी खातो में ले लेते थे। पूछताछ पर यह भी जानकारी मिली है कि इन सभी लोगो का सरगना विनोद लखेरा पुत्र अमृत लाल निवासी जिला पन्ना मध्य प्रदेश है तथा उसका फर्जी नाम माईकल है। वही इस ठगी करने वाले कंपनी AP TECHNOPART PVT LTD का संचालक है।

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