ऑपरेशन गंगा के तहत भारत सरकार अपने सभी नागरिकों को यूक्रेन से भारत लाने का काम कर रही है इस अभियान के तहत भारत सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि वह अपने हर एक नागरिक को सही सलामत भारत वापस ले आए इन सबके बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है
दरअसल ऋषिकेश की आवास विकास कॉलोनी की निवासी आयुषी राय यूक्रेन के जर्नीविस्ती में स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में पांचवी वर्ष की छात्रा है। और बीते रविवार को वह अपने घर वापस आ गई हैं, लेकिन छात्रा इस बात से नाराज है कि मुंबई से दून आने के दौरान भारत सरकार से उनकी कोई मदद नहीं की गई। उन्हें स्वयं के खर्च पर दून आना पड़ा।
आगे शुरुआत से अपने घटनाक्रम को बताती हुई आयुषी कहती हैं कि दूतावास के जरिए हमें रोमानिया बॉर्डर तक पहुंचाया गया। जिसके बाद वहां से निकलकर हम शनिवार की रात मुंबई, भारत पहुंच गए थे। आयुषी ने बताया कि मुंबई से दून पहुंचने के लिए हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहां सरकार की ओर से घर पहुंचाने के लिए किसी भी तरह की सुविधा या व्यवस्था नहीं की गई थी। जिसके कारण उन्हें अपने खर्च पर मुंबई से दिल्ली की फ्लाइट लेकर आना पड़ा और फिर दिल्ली से रविवार 1:40 बजे पर वह जौली ग्रांट देहरादून के लिए रवाना हुए तसल्ली इस बात की है कि वह सही सलामत घर पहुंच गईं।