पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को दावा किया कि गठबंधन की सरकार इस बात से डरी हुई थी कि कहीं वे (इमरान खान) अपने कार्यकाल के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल फ़ैज़ हमीद को अगला प्रमुख न नियुक्त कर दें।
उन्होंने कहा, “वे डरते थे कि मैं लेफ़्टिनेंट जनरल फ़ैज़ को नियुक्त करना चाहता हूँ। उन्हें डर था कि अगर ऐसा हुआ तो उनका भविष्य तबाह हो जाएगा।”
जियो न्यूज़ के मुताबिक़ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा कि मौजूदा शासक सेना और इंटर-सर्विसेज़-इंटेलिजेंस (ISI) इस बात से डरते हैं क्योंकि उन्हें इल्म है कि उनका भ्रष्टाचार किसी ना किसी बिंदु पर ज़रूर पकड़ा जाएगा।
इमरान ख़ान ने कहा, “क्योंकि इमरान ख़ान अपने भ्रष्टाचार छिपाना नहीं चाहता, वह अपना सेना प्रमुख नियुक्त नहीं करना चाहता था।”
ख़ान ने कहा, “मैंने कभी किसी को सेना प्रमुख के तौर पर नियुक्त करने के बारे में नहीं सोचा था। मैंने कभी कोई ऐसा फ़ैसला लेने के बारे में नहीं सोचा जो योग्यता के आधार पर ना हो।”
इमरान ने कहा कि मौजूदा सरकार कथित तौर पर संस्थानों का गला घोंट रही है। उन्होंने विभिन्न संस्थानों में अपने लोगों की नियुक्ति की भी निंदा की।