त्रिपुरा के उनाकोटी जिले में बुधवार शाम को उल्टा रथ यात्रा के दौरान हुए हादसा हो गई। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हो गए। दरसल, कुमारघाट इलाके में भगवान जगन्नाथ का लोहे से बना रथ हाईटेंशन लाइन से टकरा गया था, जिससे रथ खींचने वालों को तेज करंट लगा। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह त्योहार सहोदर भगवान की वापसी का प्रतीक माना जाता है। भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को उनके पवित्र रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद वापस लाया जाता है।सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ज्योतिषमान दास चौधरी ने कहा कि उल्टा रथ यात्रा के दौरान जो रथ था, वह लोहे से बना था। इसे हजारों लोग अपने हाथों से खींच रहे थे, तभी रास्ते से निकले बिजली के तारों से वह टकरा गया। इससे रथ में करंट दौड़ गया और इसके चपेट में आए लोग झुलस गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करंट इतना अधिक तेज था कि लोगों के शरीर में आग लग गई। करीब 15 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे के साथ ही अफरा- तफरी मच गई. पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद से इलाके में मातम पसरा हुआ है।
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जताया शोक
इस घटना पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा है कि इस दुखद हादसे में कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कुछ अन्य लोग घायल हो गए। राज्य सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। इस दुर्घटना में घायल लोगों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं।