नोएडा ट्विन्स टावर ध्वस्तीकरण का कार्य काफी जोर-शोर से चल रहा है। इस समय करीब 60 प्रतिशत से ज्यादा ध्वस्तीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। ट्विन्स टावर ध्वस्तीकरण की समय सीमा 22 मई 2022 तय की गई है। लेकिन उससे पहले भी एक छोटा धमाका किया जाएगा। जिससे यह पता लगाया जा सके कि कितने किलो विस्फोटक में कितना मलबा गिरेगा। नोएडा ट्विन्स टावर को तोड़ने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था। ट्विन्स टावर देश की सबसे ऊंची इमारत है। जिसका ध्वस्तीकरण किया जा रहा है।
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नोएडा के सेक्टर-93ए में स्थित सुपरटेक ट्विन्स टावर को तोड़ने की जिम्मेदारी अफ्रीकी कंपनी एडिफिस एजेंसी को मिली है। करीब डेढ़ महीना पहले अफ्रीकन इंजीनियर नोएडा आ गए हैं और लगातार ट्विन्स टावर का निरीक्षण कर रहे हैं। अब जिम्मेदार एजेंसी ने 10 अप्रैल 2022 को ट्विन्स टावर में छोटा धमाका करने के लिए मंजूरी मांगी है। यह मंजूरी तीन विभाग से मांगी गई है। जिसमें नोएडा पुलिस, नोएडा ट्रैफिक पुलिस और एक्सप्लोसिव ऑफिस है।
वैसे तो ट्विन्स टावर ध्वस्तीकरण की।समय सीमा 22 मई 2022 तय की गई है। लेकिन 10 अप्रैल 2022 को ट्विन्स टावर में एक छोटा धमाका होगा। जिससे यह पता चल जाएगा कि कितने किलो विस्फोटक में कितना मलबा नीचे गिरेगा। वैसे तो ट्विन्स टावर को तोड़ने के लिए ढाई टन बारूद लगने की बात कही जा रही है। लेकिन कहां पर कितना विस्फोटक पदार्थ लगाया जाएगा, इसकी पुष्टि करने के लिए 10 अप्रैल 2022 को ट्विन्स टावर में एक छोटा धमाका किया जाएगा।