उपराष्ट्रपति समेत कई संघ नेताओं के ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा, ट्विटर ने बाद में किया रिस्टोर

by Sachin Singh Rathore
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ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और संघ के कई नेताओं के पर्सनल ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया।

जब विवाद बढ़ गया तो देख थोड़ी ही देर में ट्विटर को नायडू के अकाउंट का ब्लू-टिक री-स्टोर करना पड़ा। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नायडू का अकाउंट पिछले कई महीने से एक्टिव नहीं था। इस वजह से उनके पर्सनल हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया गया था।

RSS के नेताओं के ट्विटर एकाउंट से ब्लू टिक हटा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कई नेताओं के ट्विटर
अकाउंट को भी ट्विटर ने ब्लू टिक हटा दिया। इनमें अरुण
कुमार, भैयाजी जोशी और सुरेश सोनी जैसे बड़े नाम भी
शामिल हैं। हालांकि, संघ प्रमुख और सरकार्यवाह के अकाउंट पर फिलहाल वेरिफाइड दिख रहे हैं।

ट्विटर ने दी सफाई

ट्विटर इंडिया ने सफाई देते हुए कहा था कि “अकाउंट लंबे समय से लॉग इन नहीं हुआ था, इस वजह से ब्लू टिक हट गया था। लेकिन आपको बता दें पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी नेता स्वर्गीय अरुण जेटली के ट्विटर अकाउंट से आखिरी ट्वीट 7 अगस्त 2019 को हुआ था, लेकिन उनका अकाउंट अब भी वेरिफाई है।

ब्लू टिक के क्या मायने?

ट्विटर के मुताबिक, ब्लू वैरिफाइड बैज (ब्लू टिक) का
मतलब होता है कि अकाउंट जनहित से है। इस टिक को हासिल करने के लिए ट्विटर अकाउंट का एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। ट्विटर सरकारी कंपनियों, ब्रांड और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन, समाचार संगठन और पत्रकार, मनोरंजन, स्पोर्ट्स एंड ई-स्पोर्ट्स, कार्यकर्ता, ऑर्गेनाइजर्स और अन्य प्रभावशाली व्यक्तियों के खास अकाउंट्स को वैरिफाई या ब्लू टिक प्रदान करता है।

ट्विटर के नियम क्या है?

ट्विटर नियम के मुताबिक कि पिछले 6 महीने में लॉग इन करना जरूरी है तभी एक्टिव अकाउंट माना जाएगा. हालांकि, इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप ट्वीट, रिट्वीट, लाइन, फॉलो, अनफॉलो करें लेकिन अकाउंट एक्टिव रखने के लिए 6 महीने में एक बार लॉग इन करना जरूरी है।

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