उत्तर प्रदेश में चुनावों का दौर जारी है। विधानसभा चुनाव के बाद अब विधान परिषद की 36 सीट पर मतदान की तैयारी है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के बीच एक बार फिर जोरदार मुकाबला तय है। नौ को मतदान सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक होगा।
उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने नौ अप्रैल को होने वाले चुनाव की पूरी तैयारी कर ली है। विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र की 36 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। इनमें से भी नौ सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ कोई प्रत्याशी नहीं है। इसी कारण इन सभी का तो निर्वाचन तय है। इसके बाद भी शेष 27 सीटों के लिए मतदान नौ अप्रैल शनिवार को होगा। इसको लेकर चुनाव आयोग ने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। एमएलसी चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता तथा समाजवादी पार्टी के बीच में 27 सीट पर सीधा मुकाबला है। विधान परिषद के नौ को चुनाव के बाद 12 को मतगणना होगी।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 36 सीटों पर हो रहे चुनाव के तहत पहले चरण की 30 सीटों में से नौ सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिना चुनाव लड़े ही कब्जा कर लिया है। बदायूं, हरदोई, बांदा-हमीरपुर सहित कई सीटों पर सपा प्रत्याशियों ने नाम वापस लेकर भाजपा की जीत की राह आसान बना दी। पहले चरण की 30 में से 21 सीटों के लिए ही नौ अप्रैल को मतदान होगा। भारतीय जनता पार्टी ने बदायूं, हरदोई, खीरी, मीरजापुर-सोनभद्र, बुलंदशहर, बांदा-हमीरपुर, अलीगढ़, व मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र की सीटों पर निर्विरोध कब्जा कर लिया है। प्रदेश में सपा का गढ़ माने जाने वाले मथुरा-एटा-मैनपुरी ऐसा निर्वाचन क्षेत्र से दो प्रत्याशी चुने जाते हैं। यहां सपा के उदयवीर सिंह व राकेश यादव का पर्चा जांच में खारिज हो गया था। उदयवीर एक सेट ही नामांकन कर पाए थे, दूसरा सेट जब जमा करने जा रहे थे तब उनके साथ भाजपा समर्थकों ने मारपीट की थी। सपा के प्रत्याशियों में बदायूं से सिनोद शाक्य, हरदोई से रजीउद्दीन, मीरजापुर-सोनभद्र से रमेश यादव व बांदा-हमीरपुर से आनंद कुमार ने अपना नामांकन वापस ले लिया। बुलंदशहर से रालोद-सपा गठबंधन प्रत्याशी सुनीता शर्मा भी अपना नाम वापस लेकर लड़ाई से पहले ही मैदान से बाहर हो गईं। लखीमपुर खीरी सीट से सपा के अनुराग पटेल के तीनों सेट नामांकन पत्र पहले ही जांच में निरस्त हो गए थे। अलीगढ़ से सपा के जसवंत सिंह का भी नामांकन पत्र जांच में खारिज हो गया था। यही वजह है कि इन सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी चुनाव लडऩे से पहले ही विजयी घोषित हो गए।
इन सीटों पर होंगे चुनाव
पहले चरण की 21 सीटों के लिए 76 प्रत्याशी मैदान में हैं। प्रतापगढ़ व मेरठ-गाजियाबाद सीट से सर्वाधिक छह-छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं। आजमगढ़-मऊ, इलाहाबाद, आगरा-फिरोजाबाद व मुजफ्फरनगर-सहारनपुर से पांच-पांच, पीलीभीत-शाहजहांपुर, रायबरेली, सुलतानपुर व झांसी-जालौन-ललितपुर से चार-चार प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, रामपुर-बरेली, सीतापुर, बाराबंकी, जौनपुर, वाराणसी व इटावा-फर्रुखाबाद से तीन-तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं। पहले चरण की 30 सीटों में पांच सीटें ऐसी हैं जहां भाजपा व सपा के बीच सीधा मुकाबला है। इनमें मुरादाबाद-बिजनौर, लखनऊ-उन्नाव, बहराइच, गाजीपुर व कानपुर-फतेहपुर निर्वाचन सीट हैं।