विवादों में फंसी ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने बड़ी कार्रवाई की है। दरसल, UPSC ने पूजा खेडकर की सिविल सेवा परीक्षा-2022 के लिए अनंतिम उम्मीदवारी रद्द कर दी है। उन पर UPSC की सभी भावी परीक्षाओं/चयनों से भी स्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।आयोग ने पूजा खेडकर पर यह कार्रवाई सभी दस्तावेजों की सावधानीपूर्वक जांच के बाद की है। उन्हें सीएसई-2022 नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन में दोषी पाया गया है। मालूम हो कि इससे पहले संघ लोक सेवा आयोग ने संकेत दिए थे कि अगर पूजा खेडकर मामले में दोषी पाई जाती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा 18 जुलाई, 2024 को सिविल सेवा परीक्षा-2022 (सीएसई-2022) की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर को अपनी पहचान को गलत तरीके से पेश करके परीक्षा नियमों में निर्धारित अनुमेय सीमा से अधिक प्रयास करने के लिए कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किया गया था। उन्हें 25 जुलाई, 2024 तक एस.सी.एन. में अपना जवाब प्रस्तुत करना था। हालांकि, उन्होंने 04 अगस्त, 2024 तक का अतिरिक्त समय मांगा, ताकि वे अपने जवाब के लिए आवश्यक डॉक्सयूमेंट्स जमा कर सकें।
मालूम हो कि धोखाधड़ी और जालसाजी के एक मामले में दिल्ली की एक अदालत आरोपी भारतीय प्रशासनिक सेवा की प्रशिक्षु अधिकारी पूजा खेडकर की अग्रिम जमानत अर्जी पर एक अगस्त को फैसला सुना सकती है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश देवेंद्र कुमार जंगला ने बुधवार को खेडकर द्वारा दायर अर्जी पर दलीलें सुनने के बाद आदेश सुरक्षित रख लिया।
बता दें की 2023 बैच की प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर पर आरोप है कि उन्होंने यूपीएससी की सीएसई परीक्षा पास करने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और दिव्यांग कोटा का दुरुपयोग किया। इस मामले में यूपीएससी ने खेड़कर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। उनके चयन को रद्द करने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है और उन्हें भविष्य में परीक्षाएं देने से भी रोक दिया है।