उत्तर प्रदेश चुनाव में दूसरे चरण के लिए आज मतदान हो रहा। आज 9 जिलों की 55 सीटों पर 586 प्रत्याशियों का फैसला आज ईवीएम में कैद हो जायेगा। आज सरकार के 5 मंत्रियों का भी लिटमस टेस्ट होने जा रहा है जिन्हें अपनी सीट जीतने के साथ ही आस पास सीटों की जिताने की जिम्मेदारी भी है। पिछले विधानसभा चुनावों में इन 55 सीटों में से 38 भाजपा, 15 सपा और 2 बीएसपी के खाते में गई थी।
आज जिन सीटों पर मतदान होने जा रहा उसमें बीएसपी , सपा गठबन्धन और भाजपा सीधे एक दूसरे को चुनौती दे रहे है। सहारनपुर, बिजनौर और अमरोहा जिलों की सीटों पर बीएसपी और सपा मुख्य मुकाबले में है। वहीं दूसरी तरफ रामपुर और बदायू में सपा-बीजेपी मुख्य मुकाबले में माने जा रहे है। बरेली-शाहजहापुर में कुर्मी वोटों पर पूरा दारोमदार है। इसी इलाके में सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना और बरेली से सांसद संतोष गंगवार का अच्छा प्रभाव माना जाता है। इसके अलावा 2019 में इस पूरे इलाके में भाजपा की पकड़ ढीली हुई है। 2019 लोकसभा चुनाव में इस इलाके की 11 लोकसभा सीटों में से 7 सपा-बीएसपी गठबंधन को मिली थी।
मुस्लिम-दलित वोटर निर्णायक भूमिका में
आज जिन सीटों पर चुनाव होने जा रहा है उसमें दलित और मुस्लिम मतदाताओं को निर्णायक भूमिका में माना जाता है। 55 सीटों पर 25 सीटे ऐसी है जिसमें चालीस फीसद मुस्लिम वोटर हैं और 20 सीटें जिसमें पच्चीस फीसद दलित वोटर हैं। इसके अलावा जिन 20 सीटों पर पच्चीस फीसद दलित है उन्हीं सीटों पर मुस्लिम भी अधिकतर 30 फीसद मुस्लिम आबादी भी है। इन आंकड़ों के हिसाब से अगर 45 सीटे ऐसी है जिसमें दलित और मुस्लिम साथ आ गए तो पलड़ा उसी तरफ भारी हो जायगा। इस बार 77 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में है।
दूसरे चरण में मतदान की धीमी गति
दूसरे चरण के मतदान में सुबह से ही सुस्ती देखने को मिल रही। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार सुबह 9 बजे तक सबसे कम बरेली में 8.36 फीसद और अमरोहा में सबसे अधिक 10.83 फीसद मतदान हुआ। इस प्रकार 9 जिलों में 9.45 फीसद ही मतदान 9 बजे तक हुआ है। पहले चुनाव में जिस प्रकार शहरी वोटरों के मुकाबले ग्रामीण वोटरों में अधिक उत्साह देखा गया था।