रूस और यूक्रेन के बीच बिगड़ते हालातों के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को एक फ़ेसबुक वीडियो पोस्ट में दुनियाभर के नेताओं से “परमाणु आपदा बनने से पहले” रूस को रोकने का आग्रह किया।

Reuters
उन्होंने यूरोपीय नेताओं से “अब जाग जाओ” कहकर आग्रह किया कि इससे पहले यह युद्ध एक परमाणु आपदा में बदल जाए वे रूस को रोकें।
ज़ेलेंस्की ने कहा, “रूस के अलावा किसी भी देश ने कभी परमाणु ऊर्जा संयंत्र के रिएक्टरों पर गोलीबारी नहीं की है। यह पहली बार है, इतिहास में पहली बार।”
ज़ेलेंस्की ने रूसी सेना की ओर से भारी गोलाबारी के बाद आग लगने के बाद रूस पर ज़ापोरिज़्ज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर जानबूझकर गोलीबारी करने का आरोप लगाया।
यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि बिजली संयंत्र को कोई गंभीर क्षति नहीं हुई है और रेडिएशन लेवल फ़िलहाल सामान्य है, हालांकि हालात अब भी नाज़ुक बने हुए हैं और अग्निशामक आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
ज़ेलेंस्की ने अपनी पोस्ट में कहा, “थर्मल इमेजर्स से लैस रूसी टैंक परमाणु ब्लॉकों पर शूटिंग कर रहे हैं। वे जानते हैं कि वे किसपर शूटिंग कर रहे हैं। वे इस (हमले) की तैयारी कर रहे थे।”
ज़ेलेंस्की ने पोस्ट में चेरनोबिल त्रासदी और उसके पीड़ितों का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “सभी यूक्रेनियन के लिए, सभी यूरोपीय लोगों के लिए, उन सभी लोगों के लिए जो ‘चेरनोबिल’ शब्द जानते हैं, यह समझते हैं कि कितने लोग पीड़ित थे।”
बता दें कि सोवियत यूक्रेन में हुई 1986 की चेरनोबिल आपदा को इतिहास की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटना माना जाता है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यह एक “वैश्विक तबाही थी जिसने सैकड़ों हज़ारों लोगों के जीवन को प्रभावित किया” और देश पर इसका स्थायी प्रभाव पड़ा।
इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि इलाक़े में लड़ाई रुक गई है और क़रीब 40 दमकलकर्मी आग पर काबू पाने के लिए काम कर रहे हैं।
ज़ेलेंस्की ने कहा, “हम नहीं जानते कि अगर स्टेशन पर कोई विस्फ़ोट हो जाता तो आग कैसे बुझती, भगवान न करे।” हमारे लोग परमाणु ऊर्जा स्टेशन को सुरक्षित रख रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा ‘लेकिन वास्तव में रूस ने संयंत्र पर हमला किया, यह अपने आप में एक बेहद खतरनाक बात है और बड़ी तबाही का कारण बन सकता है।’
उन्होंने कहा, “यूक्रेन में 15 परमाणु रिएक्टर हैं। यदि उनमें से एक भी फटता है, तो यह सभी का अंत है, यह यूरोप का अंत है।”